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बारिश और ओलों ने फसल की बर्बाद, काश्तकारों ने मांगा मुआवजा - damage crops Due to heavy rain

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है. गेहूं की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है. आम और लीची भी बर्बाद हो गई है.

vikasnagar
फसलों को भारी नुकसान

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Published : May 9, 2020, 7:46 AM IST

Updated : May 9, 2020, 2:05 PM IST

विकासनगर:पिछले दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण काश्तकारों के चेहरों पर मायूसी है. मौसम की मार की वजह से काश्तकारों की महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया है. बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में लगी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. आम और लीची के बागानों को भी नुकसान हुआ है. ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष तबस्सुम इमरान ने तहसील प्रशासन से काश्तकारों को मुआवजा देने की मांग की है.

लॉकडाउन के चलते इन दिनों हर तबके के लोगों को जीवन यापन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा दिहाड़ी मजदूर और देश के अन्नदाता किसान परेशान हैं. बात पछुवा दून क्षेत्र की करें तो यहां भी कमोबेश यही हाल है. यहां कृषकों को दो तरफा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

काश्तकारों ने मांगा मुआवजा

खेतों में अभी भी कई जगह गेहूं की फसल तैयार खड़ी है. किसान लगातार बदलते मौसम, बरसात और ओलावृष्टि के कारण गेहूं काट नहीं पा रहे हैं. दूसरी ओर इस बरसात और ओलावृष्टि से आम व लीची की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है. किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाई है. तहसील प्रशासन भी किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने में जुट गया है.

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प्रधान संगठन पछुवा दून की अध्यक्ष तबस्सुम इमरान का कहना है कि बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके बारे में तहसील प्रशासन को अवगत करा दिया गया है. तहसील प्रशासन जल्द से जल्द किसानों को हुए नुकसान की मुआवजा राशि देने की मांग की गई है.

Last Updated : May 9, 2020, 2:05 PM IST

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