ऋषिकेश:तीर्थनगरी ऋषिकेश और शहर सटे ग्रामीण इलाकों में बरसात में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए राज्य की धामी सरकार ने बड़ी पहल की है. सरकार ने ड्रेनेज मास्टर प्लान योजना कई नगरीय इलाकों में लागू करने की घोषणा की है, जिसमें ऋषिकेश क्षेत्र को भी शामिल किया गया है. योजना के तहत नगर और सटे ग्रामीण इलाकों के 37 वर्ग किलोमीटर में करीब 511 करोड़ रुपए से आला दर्जे का ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाना है. प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन का जिम्मा सिंचाई विभाग को सौंपा गया है.
ड्रेनेज मास्टर प्लान योजना के बाबत बुधवार को सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने स्वर्ण जंयती सभागार में बैठक कर जनप्रतिनिधियों से आवश्यक सुझाव लिए. इस दौरान अधिकारियों ने प्रोजेक्ट के तहत तैयार फौरी कार्ययोजना से मेयर, पार्षदों और चिह्नित ग्रामीण इलाकों के जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया. शुरुआती बैठक में योजना पर पार्षदों ने कई सवाल खड़े करते हुए वार्ड-दर-वार्ड निरीक्षण कर जलभराव की समस्या के मुकम्मल निस्तारण के लिए सुझाव दिया.
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता दिनेश चंद्र उनियाल ने बताया कि पार्षदों के सुझाव आए हैं. लिहाजा, अब योजना को तैयार करने से पहले सभी की राय के साथ स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा. बताया कि पार्षदों की आपत्तियों का निस्तारित करने के बाद ही योजना पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. मौके पर मेयर अनीता ममगाईं, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, एनएच पीडब्ल्यूडी के अपर सहायक अभियंता क्षेत्रपाल, सहायक नगर आयुक्त बद्री प्रसाद भट्ट, पार्षद विकास तेवतिया, देवेंद्र प्रजापति, शिवकुमार गौतम, उमा राणा आदि मौजूद रहे.