देहरादून: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बीते 23 मार्च से प्रदेशभर में पूर्ण लॉकडाउन जारी है. ऐसे में आज लॉकडाउन का 10वां दिन हो चुका है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद देशभर में आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन इसी तरह जारी रहने वाला है. ऐसे में कई लोगों के लिए दिन के 24 घंटे घरों में बिताना घुटन भरा और तनावपूर्ण होने लगा है. विशेषकर जो अकेले किसी किराए के कमरे में रहते हैं. ऐसे में लॉकडाउन में अपने घरों में या अपने कमरे में किस तरह समय बिताया जाए, इसको लेकर ईटीवी भारत ने जाने माने मनोवैज्ञानिक डॉ. मुकुल शर्मा से खास बातचीत की.
डॉ. मुकुल शर्मा बताते हैं कि लॉकडाउन के इस समय में लोगों को तनाव में आने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. लॉकडाउन के समय को लोग अपने घरों में किताबें पढ़कर, कविताएं लिखकर या फिर कोई सकारात्मक ऊर्जा देने वाली डॉक्यूमेंट्री देखकर बिता सकते हैं. ऐसा करने से समय भी कट जाएगा और तनाव का भी एहसास नहीं होगा. वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग जो किसी भी तरह के नशे जैसे ड्रग्स इत्यादि के आदी हैं, उन लोगों को जितना हो सके अपने परिवार जनों के बीच रहना चाहिए और घर के कामों में हाथ बटाना चाहिए. यदि यह लोग परिवार के साथ ज्यादा समय बिताएंगे तो इससे उनका ध्यान नशे की ओर नहीं जाएगा.