देहरादून: उत्तराखंड को 2025 तक नशा मुक्त करने की मुहीम के तहत 'ड्रग्स फ्री देवभूमि' अभियान (Drugs Free Devbhoomi Campaign) तेज कर दिया गया है. इसी मुहिम के तहत बीते दो माह में देहरादून पुलिस ने धरपकड़ कार्रवाई को तेज (Dehradun Police intensified action) करते हुए 146 मुकदमे दर्ज कर 151 ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. इतना ही नहीं इस कार्रवाई के दौरान 8 किलो 636 ग्राम चरस, 1 किलो 220 ग्राम स्मैक, 70 किलो गांजा, 13800 नशीली गोलियां, 10600 नशीले कैप्सूल और 140 नशीले इंजेक्शन भी बरामद (Police recovered drugs worth crores in two months) किए गए हैं. कब्जे में लिए गए मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 42 लाख से अधिक आंकी गई है.
शराब तस्करों पर कसा शिकंजा: वहीं, दूसरी ओर अवैध शराब तस्करी मामले में भी आबकारी अधिनियम के तहत पिछले 2 महीनों मे 139 मुकदमे दर्ज किये गये हैं. जिसमें 140 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. इस धरपकड़ के दौरान 130 पेटी अंग्रेजी शराब, 66 पेटी देशी शराब और 1463 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई है. कब्जे में ली गई अवैध शराब की कीमत 14 लाख 80 हजार से अधिक आंकी गई है.
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मिलीभगत करने वाले पुलिस कर्मियों की जगह जेल: देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर(Dehradun SSP Dalip Singh Kunwar) ने इस बात को भी माना कि कुछेक पुलिसकर्मीयों की ड्रग्स तस्करों से मिलीभगत की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. ऐसे थाना-चौकी सहित अन्य पुलिस कर्मियों को गोपनीय जांच के तहत चिन्हित किया जा रहा है. जांच के उपरांत अगर किसी भी पुलिसकर्मी या अधिकारी की ड्रग्स तस्करों से सांठगांठ पाई जाती है तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा. एसएसपी ने कहा इस सख्त कार्रवाई को वास्तविक रूप में धरातल पर लाने के लिए उन्होंने पूरे जनपद पुलिस को स्वयं के साथ जोड़ते हुए शपथ दिलाई है.