देहरादूनःराजपुर रोड निवासी ईश्वरम के घर हुई लूट का खुलासा करते हुए दून पुलिस ने आरोपी को मेरठ से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ उत्तरप्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड में लूट, डकैती और हत्या के कई मुकदमे दर्ज हैं. वारदात के कुछ दिन बाद ही पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था लेकिन मुख्य आरोपी सुरेश जाटव गायब चल रहा था. ये आरोपी इतना शातिर है कि इसका वास्तविक नाम और पता भी किसी को मालूम नहीं था. केवल इतना पता चला था कि उसको मिश्रा नाम से बुलाते हैं.
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वारदात 22 सितम्बर 2019 की रात की है. चार हथियारबंद बदमाशों ने ईश्वरन के घर पर धावा बोलकर परिवारवालों को बंधक बनाकर रातभर घर में उत्पात मचाया था. ये बदमाश घर से नकदी, ज्वैलरी और कई कीमती सामान लूटकर फरार हो गए थे. वारदात के खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन हुआ. सीसीटीवी से मिली जानकारी और मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था, लेकिन मुख्य आरोपी अभी तक फरार चल रहा था.
आरोपी की गिरफ्तार के बाद पता लगा कि मिश्रा का पूरा नाम सुरेश जाटव है, जो न सिर्फ ढाई हजार का इनामी बदमाश है, बल्कि यूपी और दिल्ली में भी वांटेड चल रहा है. आरोपी को दून पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार किया है. डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ 30 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. इसमें ज्यादातर लूट, डकैती व हत्या के प्रयास के कई मुकदमे हैं. सुरेश जाटव थाना टीपीनगर का हिस्ट्रीशीटर (लापता) अपराधी है.