देहरादूनःबच्चे का जन्म होने के बाद परिजनों को बच्चे का स्कूल में एडमिशन करवाने के सहित अन्य कामों के लिए लिए जन्म प्रमाण-पत्र की आवश्यकता पड़ती है. वहीं, इंसान के मरने के बाद परिजनों को मृत्यु प्रमाण-पत्र की आवश्यकता पड़ती है. दोनों तरह के प्रमाण पत्र नगर निगम द्वारा बनाए जाते हैं. नगर निगम प्रशासन ने लोगों की सहूलियत के लिए शहर भर में नगर निगम के अलावा 4 जोनल कार्यालय भी बना रखे हैं, जिसमें नगर निगम से दूर रहने वाले लोग इन जोनल कार्यालय में जाकर प्रमाण-पत्र बनवा रहे हैं. नगर निगम सहित 4 जोनल कार्यालयों में प्रतिदिन 300 से 350 जन्म प्रमाण-पत्र और मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाए जा रहे हैं.
जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने वाले लोगों का कहना है कि नगर निगम द्वारा 3 से 4 दिन के अंदर जन्म प्रमाण-पत्र दे देते हैं साथ ही मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए भी 3 से 4 दिन में प्रमाण-पत्र देते हैं. हालांकि, जन्म प्रमाण-पत्र और मृत्यु प्रमाण-पत्र 3 दिन में नगर निगम द्वारा बना तो दिया जाता है,लेकिन निगम कर्मचारियों की लापरवाही के कारण आवेदककर्ता को चक्कर लगवा देते हैं. बता दें कि कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन होने के कारण करीब 6 महीने तक नगर निगम द्वारा प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए गए थे. जिसके चलते उस दौरान शहरवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. लेकिन वर्तमान में स्थिति सामान्य होने के बाद नगर निगम में बनने वाले जन्म प्रमाण-पत्र और मृत्यु प्रमाण-पत्र सामान्य हो गए हैं.