देहरादून:प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान पिछले एक महीने में जहां चोरी, हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में 80 से 85 फीसदी अधिक की कमी देखने को मिल रही है तो वहीं पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई फोन कॉल्स के मुताबिक घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है. हालांकि, अभी उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से मासिक अपराधों के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं लेकिन 112 पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादातर शिकायतें घरेलू हिंसा को लेकर आ रही हैं.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी माना है कि लॉकडाउन के चलते सड़कों पर ट्रैफिक न होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है, जबकि लॉकडाउन के दौरान घरों में रहने के चलते लोगों की मानकित स्थिति बिगड़ी है, जिस कारण घरेलू हिंसा के मामले बढ़े हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में लोगों का ध्यान बंटा रहा. लगातार काम में व्यस्त रहने वाले लोगों को लंबे समय बाद परिवार के साथ पूरा समय बिताने को मिल रहा था तो विवाद कम हुए, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता पति-पत्नी में झगड़े शुरू हो गये. समय बीतने के साथ ही काम व कमाई को लेकर तनाव बढ़ा होगा.
पुलिस हेल्पलाइन 112 नंबर में आयी शिकायतें
(22मार्च 2020 से 22 अप्रैल 2020)
अपराध | पहले | अब |
कॉल | 1.50 लाख | 2.50 लाख |
एक्सीडेंट | 1 हजार | 90 |
चेन स्नेचिंग | 35 | 10 |
साइबर क्राइम | 195 | 44 |
चोरी | 590 | 240 |
लूट | 15 | 1 |
किडनैप | 38 | 04 |
आगजनी | 246 | 21 |
अन्य अपराध | 9315 | 548 |
झगड़े | 6540 | 4025 |
घरेलू हिंसा | 2675 | 2764 |
उत्तराखंड पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 112 पर आई शिकायतों के आंकड़े इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि घरेलू हिंसा के मामलों में पहले के मुकाबले काफी इजाफा हुआ है. लॉकडाउन में घरेलू हिंसा के मामले क्यों बढ़े हैं इसको लेकर इटीवी भारत की टीम मनोवैज्ञानिक मुकुल शर्मा के पास पहुंची और उनसे घरेलू हिंसा के बढ़ रहे मामलों को लेकर सवाल जवाब किया.
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