देहरादून: उत्तराखंड की संस्कृति की पहचान मां धारी देवी की डोली यात्रा का आगाज 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. 21 दिनों तक होने वाली यह यात्रा दून नगर निगम से शुरु होकर सिद्ध पीठ मां धारी देवी मंदिर परिसर तक आएगी. जिसकी जानकारी इष्टदेव समिति ने दी. इस डोली यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया है.
13 जनवरी से होगा मां धारी देवी की डोली यात्रा का आगाज. गौर हो कि डोली यात्रा 13 जनवरी को देहरादून से मेरठ, फरीदाबाद, कानपुर, और दिल्ली से होते हुए प्रयागराज पहुंचेगी. 29 जनवरी को बसंत पंचमी के दिन प्रयागराज में स्नान करने के बाद 1 फरवरी को सिद्ध पीठ मां धारी देवी मंदिर परिसर में पहुंचेगी.
21 दिवसीय मां धारी देवी डोली यात्रा का आयोजन 13 जनवरी से 2 फरवरी तक होगा. वहीं वाद्य यंत्र ढोल-दमाऊ की थाप पर और मां देवी के जयकारों के साथ देव डोली यात्रा नगर निगम हॉल से नगर में निकाली जाएगी.
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15 जनवरी को मकर सक्रांति पर देव डोली हरिद्वार से गंगा स्नान कराया जाएगा. जिसके बाद रुड़की, मेरठ,साहिबाबाद, दिल्ली,फरीदाबाद और कानपुर में उत्तराखंड की देव संस्कृति पर आधारित कार्यकर्मों से लोगों को देवभूमि की संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा. साथ ही कार्यक्रम में देवी देवताओं के कथाओं का भी मंचन किया जाएगा.
मंदिर समिति के पंडित सुरेन्द्र प्रसाद सुंदरियाल ने बताया कि यात्रा में कन्या भ्रूण हत्या,स्वच्छ भारत अभियान, अविरल गंगा,पलायन, स्वरोजगार और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' को लेकर जागरुकता किया जाएगा. एक फरवरी को श्रीनगर गढ़वाल सिद्धपीठ मां धारी देवी मंदिर पहुंचेगी. जहां डोली की पूजा-अर्चना मंदिर के मुख्य पुजारी करेंगे. दो फरवरी को भंडारे के बाद डोली नेहरू कॉलोनी देहरादून के लिए प्रस्थान करेगी.