मसूरीःपहाड़ों की रानी मसूरी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद भगवान श्रीकृष्ण की डोली निकाली गई. मसूरी में भगवान श्रीकृष्ण की डोली 142 साल से लगातार निकाली जा रही है. डोली सनातन धर्म मंदिर से होते हुए मसूरी जैन धर्मशाला तक निकाली गई. कोरोना काल के कारण प्रशासन द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की सांकेतिक रूप से डोली निकालने की अनुमति दी गई थी.
मसूरी में 142 साल से लगातार जन्माष्टमी के बाद भगवान श्री कृष्ण की डोली निकाली जाती है. जन्माष्टमी के बाद पहले रविवार को डोली को भ्रमण कराया जाता है. ये आयोजन सनातन धर्म मंदिर समिति द्वारा किया जाता है. वहीं, रविवार को डोली भ्रमण के दौरान मसूरी और आसपास के गांव के सैकड़ों लोग ने भगवान श्री कृष्ण के दर्शन कर आशीर्वाद लिया.
इस संबंध में श्री सनातन धर्म मंदिर सभा के महामंत्री नीरज अग्रवाल ने बताया कि 142 सालों से लगातार भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी के बाद पड़ने वाले रविवार को भगवान श्रीकृष्ण नगर भ्रमण पर निकलते हैं, जिसके तहत उनकी डोली निकाली जाती है.
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उन्होंने बताया कि, इस दौरान मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें मसूरी सहित आसपास के हजारों लोग इसमें शामिल होकर भगवान कृष्ण के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेते हैं. लेकिन कोरोना महामारी के तहत इस बार भी डोली कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सादगी से नगर भ्रमण पर निकाली गई. डोली केवल घंटाघर तक जाएगी, जबकि बाकी सालों में डोली मालरोड होते हुए गांधी चौक तक जाती थी.