देहरादूनः उत्तरकाशी के आराकोट बंगाण क्षेत्र में बादल फटने से 12 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी भी कई लापता हैं. आपदा ग्रस्त इलाकों में रेस्क्यू अभियान जारी है. आपदा ग्रस्त क्षेत्रों से रेस्क्यू करने के बाद पीड़ितों को दून मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जा रहा है. जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है. वहीं, मंगलवार को देहरादून से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम आपदा प्रभावित क्षेत्र आराकोट के लिए रवाना होगी.
गौर हो कि बीते रविवार तड़के मोरी तहसील के आराकोट बंगाण क्षेत्र के टिकोची, माकुड़ी, डगोली, किराणु, मौंड़ा, गोकुल, दूचाणू समेत अन्य गांवों में बादल फटने की घटना हुई थी. जिससे भारी तबाही मची थी. माकुड़ी में कई मकान जमींदोज गए. जिसमें कुछ लोग जिंदा दफन हो गए. वहीं, माकुड़ी नदी के उफान पर आने से टिकोची कस्बे में सैलाब आ गया. जिससे कई वाहन बह गए. आपदा से माकुड़ी और आराकोट में कई लोग काल-कलवित हो गए. साथ ही अभी भी कई लोग लापता हैं.
आराकोट बंगाण के प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना होगी डॉक्टरों की टीम. ये भी पढ़ेंःउत्तरकाशी आपदा पीड़ितों ने सुनाई खौफनाक रात की कहानी, आखों के सामने अपनों को मरते देखा
आराकोट क्षेत्र के 12 गांव पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं. विशेषज्ञ डॉक्टर घटना स्थल पर जाकर प्रभावितों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएंगे. बादल फटने से आई बाढ़ और मौत से जल जनित रोग फैलने की आशंका बनी हुई है. ऐसे में देहरादून से विशेषज्ञ डॉक्टर पीड़ितों के समुचित इलाज के लिए भेजे जा रहे हैं. जो इलाज के अलावा जल जनित रोगों से होने वाली बीमारियों का रोकथाम भी करेंगे.
वही, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि कोरोनेशन अस्पताल से फिजिशियन डॉ. विजय सिंह पंवार, ऑर्थो सर्जन डॉ. प्रवीण तायल और x-ray टेक्नीशियन आरसी पुरोहित को आपदा प्रभावित क्षेत्र आराकोट के लिए रवाना किया जाएगा. साथ ही त्यूणी से भी डॉक्टरों की टीम वहां तैनात की गई है. उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा दल को आपदा ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं.