देहरादून: आज के आधुनिक दौर में जब पूरी दुनिया डिजिटिलाइजेशन की तरफ भाग रही है, भारत देश में भी लोग तेजी से डिजिटल हो रहे हैं. जहां एक ओर डिजिटल दुनिया लोगों के लिए एक सुलभ और सुगम साधन बन गया है तो दूसरी ओर जिन्हें डिजिटल की ज्यादा जानकारियां नहीं है. ऐसे में उनके लिये एक बड़ी मुसीबत भी दस्तक दे रही है. ये मुसीबत है साइबर क्राइम.
हालांकि, साइबर क्राइम कोई नया अपराध नहीं है. पिछले एक दशक से सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को परेशान करना, ब्लैकमेल करना, ऑनलाइन फ्रॉड, बैंकों में जमा खाताधारकों के पैसों में सेंध लगाना आदि घटनाएं आमतौर पर सुनाई देती रही हैं. लेकिन वक्त के साथ साइबर अपराधियों ने फ्रॉड के मॉर्डन तरीके अपना लिए हैं. वहीं, कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया में ऑनलाइन वर्क बढ़ गया है. इसी के चलते ऑनलाइन ठग भी अब ज्यादा सक्रिय हैं.
सालों से चला रहा खातों से पैसे चुराने का खेल
बैंक खाताधारकों के खाते से पैसा चुराने के तमाम मामले देश के तमाम हिस्सों से देखे-सुने जा रहे हैं, जिसमें खास बात ये है कि देशभर में सक्रिय कुछ गैंग, बैंक खाताधारकों को फोन कर उनके बैंक खाता संबंधी जानकारियां हासिल करते हैं. फिर उनके खाते से पैसा चुरा लेते हैं. ये सिलसिला पिछले कई सालों से चला आ रहा है, लेकिन पुलिस की बढ़ती सक्रियता के बीच इन साइबर ठगों ने भी नए तरीके अपना लिये हैं.
आजकल हर प्रोडक्ट और सर्विस के लिए कस्टमर सविर्स उपलब्ध हैं. ऐसे में कोई दिक्कत होने पर लोग तत्काल कस्टमर सपोर्ट का नंबर खोजने लगते हैं. साइबर अपराधियों ने पहले से ही इंटरनेट पर कस्टमर सपोर्ट के नाम पर खुद का नंबर डाला हुआ है. लोग उसे ही कस्टमर सपोर्ट नंबर समझ कर कॉल कर देते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक मामले के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां थोड़ी सी सावधानी बरती गई होती तो ठगी से बचा जा सकता था.
सर्च इंजन पर टोल फ्री नंबर का खेल
ये मामला राजधानी देहरादून के धर्मपुर क्षेत्र से जुड़ा है. हुआ यूं कि 14 दिसंबर को सुरेश पैन्यूली (बदला हुआ नाम) को बैंक खातों में कुछ दिक्कतों के चलते गूगल पर पीएनबी का टोल फ्री नंबर सर्च किया. पहली ही सर्च में सामने उन्हें बैंक का नाम और उससे जुड़ा टोल फ्री कस्टमर केयर नंबर मिला. सुरेश ने उस नंबर पर कॉल किया और अपनी समस्या बताई. फोन कटने के बाद सुरेश को उनके नंबर पर मैसेज मिला कि उनके पीएनबी खाते से ₹51 हजार का ट्रांजैक्शन हुआ है. मैसेज देख सुरेश के होश उड़ गए. उन्होंने तुरंत देहरादून स्थित साइबर क्राइम स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए ठग के पटना बिहार स्थित पीएनबी खाते को फ्रीज कर दिया गया है.
दरअसल, हुआ ये कि सुरेश को इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिस टोल फ्री नंबर पर वो फोन कर रहे हैं वो एक फर्जी नंबर है जो उनके खाते में सेंध लगा सकता है. जब उन्होंने बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया तो दूसरी तरफ पर फोन लाइन पर ठग ने बात की. खुद को बैंक अधिकारी बताने वाले ने उस ठग ने बैंक खाते से संबंधित गोपनीय जानकारी लेकर ₹51 हजार उड़ा लिये.