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बिंदाल नदी और नालों के किनारे से हटेगा अतिक्रमण, डीएम ने बनाई कमेटी

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून के डीएम को जलभराव की समस्या खत्म करने को कहा तो प्रशासन सक्रिय हुआ. आनन-फानन में डीएम ने अफसरों के साथ जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया. निष्कर्ष ये निकला कि बिंदाल नदी और नालों के किनारे के अतिक्रमण से शहर में जलभराव हो रहा है. अब अतिक्रमण हटाने के लिये कमेटी बनाई गई है.

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आशीष श्रीवास्तव

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Published : Aug 19, 2020, 10:48 AM IST

Updated : Aug 19, 2020, 11:33 AM IST

देहरादून: शनिवार की रात मॉनसूनी बारिश के बाद टीचर्स कॉलोनी, गोविंदगढ़ और मित्रलोक कॉलोनी के घरों में पानी घुस गया था. लोगों का राशन समेत कीमती सामान बर्बाद हो गया था. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को इस समस्या के तुरंत निदान का आदेश दिया था. जिलाधिकारी ने अफसरों के साथ मौके पर निरीक्षण किया.

बिंदाल नदी और नालों के किनारे से हटेगा अतिक्रमण.

निरीक्षण में पाया गया कि अतिक्रमण जलभराव की मुख्य वजह है. बिंदाल नदी और नालों के किनारे हुआ अतिक्रमण इस जलभराव की जड़ है. डीएम ने तत्काल एसडीएम सदर के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया. ये कमेटी अतिक्रमण चिन्हित कर जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट देगी. इसके बाद अभियान चलाकर बरसाती पानी की निकासी में बाधक बने अतिक्रमण को ध्वस्त किया जाएगा.

दरअसल सोमवार शाम को कैंट विधायक हरबंस कपूर ने पूरे मामले को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने रखा था. कपूर ने समस्या का स्थाई समाधान निकालने का अनुरोध किया था. मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को समस्या के निदान के लिए आदेश दिया था. जिसके बाद जिलाधिकारी ने मौके पर निरीक्षण करने पर पाया कि अतिक्रमण जलभराव की मुख्य वजह है. जिलाधिकारी ने एक कमेटी बनाई. कमेटी में लेखपाल और कानूनगो सहित कई अधिकारी शामिल हैं.

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जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि चिन्हीकरण की कार्रवाई की जा रही है. जलभराव का कारण बने नालों का रेवेन्यू रिकॉर्ड जांचकर अतिक्रमण चिन्हित किया जा रहा है. चिन्हीकरण के बाद लोगों को एक बार मौका दिया जायेगा कि वह स्वयं अतिक्रमण हटा लें. इसके बाद प्रशासन खुद कार्रवाई करेगा.

Last Updated : Aug 19, 2020, 11:33 AM IST

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