देहरादूनः राजधानी दून में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने नोडल अधिकारी तैनात कर दिए हैं. साथ ही तत्काल प्रभाव से उन्हें काम करने के निर्देश दे दिए हैं. स्वास्थ्य सेवाओं में जानकारी से लेकर होम आइसोलेशन के अधिकारियों को नोडल बनाकर तैनात किया गया है.
उत्तराखंड में कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है. इतना ही नहीं मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में सरकार और स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है. जिसे देखते हुए प्रशासन गंभीर हो गया है. इसी कड़ी में कई अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया गया है.
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इन अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर सौंपी गई जिम्मेदारी-
- नोडल अधिकारी शेखर सक्सेना को प्रभारी ऑक्सीजन मैनेजमेंट बनाया गया. जिसमें सभी सरकारी और निजी DCH, DCHC और DCCC में पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे.
- नोडल अधिकारी विक्रम सिंह और जितेंद्र कुमार को प्रभारी सरकारी व निजी अस्पताल में फैसिलिटी मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी गई है. जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून के साथ समन्वय स्थापित कर सभी DCH, DCHC और DCCC व कॉविड केयर सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में बेड, दवाइयां, एंबुलेंस, डॉक्टर और उनकी टीम तैनाती संबंधी कार्रवाई देखेंगे. साथ ही एनएचपी पोर्टल पर अपडेशन की जिम्मेदारी दी गई है.
- नोडल अधिकारी विजय डोरी और अनुराग मिश्रा को प्रभारी कंट्रोल रूम का जिम्मा दिया गया है. यह कंट्रोल रूम 24*7 संचालित किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सभी सूचनाएं और रिपोर्ट उच्च स्तर को भेजने का काम करेंगे.
- नोडल अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मिश्रा और डॉक्टर दिनेश चौहान को प्रभारी होम आइसोलेशन, दोनों अधिकारी आपसे समन्वय के साथ किट वितरण करने की जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही प्रतिदिन की सूचना और रिपोर्ट उच्च स्तर पर अधिकारी को देंगे.
जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम जनता की सहूलियत के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने दायित्वों का निर्माण करना सुनिश्चित करेंगे.