देहरादून : उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सरकार ने खुद से स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित करने को लेकर हाथ खड़े कर लिए हैं. नतीजतन अब प्रदेश के पहाड़ी जिलों में जिला स्तरीय अस्पताल भी पीपीपी मोड पर चलाने की तैयारी की जा रही है. इसी कड़ी में पौड़ी के जिला अस्पताल को पीपीपी मोड पर दिया गया है.
प्रदेश में पहाड़ी जिलों की स्वास्थ्य सुविधाओं के हालात किसी से छिपे नहीं है. तमाम सरकारें पहाड़ों पर स्वास्थ्य सुविधाओं पहुंचाने के दावे भी करती रही हैं. लेकिन अब त्रिवेंद्र सरकार ने पहाड़ों पर खुद से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर पाने को लेकर हाथ खड़े कर लिए हैं. शायद यही कारण है कि अब प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग जिला अस्पतालों को भी पीपीपी मोड पर दे रहा है. इसके तहत फिलहाल पौड़ी जिले के राजकीय जिला अस्पताल, सीएचसी पाबो और घंडियाल को पीपीपी मोड पर दे दिया गया है. श्री महंत इंद्रेश अस्पताल को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. इसके बाद अब यह अस्पताल पीपीपी मोड पर चलेंगे. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और महंत इंद्रेश अस्पताल प्रबंधन के बीच एमओयू साइन हो चुका है.
देहरादून: स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर त्रिवेंद्र सरकार ने किए हाथ खड़े !
प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के बीच अब सरकार अस्पतालों को सुधारने से कतरा रही है. पहाड़ी जिलों में जिला स्तरीय अस्पताल भी पीपीपी मोड पर चलाने की तैयारी हो रही है.
त्रिवेंद्र सरकार ने किए हाथ खड़े
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गौरतलब हो कि इससे पहले भी प्रदेश के कई अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दिया जा चुका है और अब राज्य के बाकी कई अस्पतालों को धीरे धीरे पीपीपी मोड पर भी दिए जाने बात हो रही है.