उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

जिला प्रशासन ने सब्जी व्यापारियों पर कसा शिकंजा, दाम कम होने से लोगों को मिली राहत

लॉकडाउन में कई जगहों पर महंगे दाम पर सब्जियों को बेचा जा रहा था. जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही थी. शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन ने इन सब्जी विक्रेताओं पर शिकंजा कसा, जिसके बाद लोगों को अब उचित दामों पर सब्जियां मिल रही हैं.

dehradun
सब्जी व्यापारियों पर शिकंजा

By

Published : Apr 4, 2020, 8:28 PM IST

Updated : Apr 4, 2020, 9:24 PM IST

देहरादून:22 मार्च को जनता कर्फ्यू की रात से राज्य में लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन होने के बाद लोगों मे अफरा तफरी का माहौल हो गया था और मंडियों में जाकर थोक के भाव सब्ज़ियों को खरीद रहे थे. जिस कारण शहर में सब्ज़ियों की कमी होने से सब्ज़ियों के दाम आसमान छूने लगे.

सब्ज़ी व्यापारियों ने भी लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए सब्जी महंगे रेट पर बेच रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा शिकंजा कसने के बाद व्यपारियों ने सही दाम पर सब्जी बेचना शुरू कर दिया है. वहीं सब्ज़ियों के दामों में कमी आने पर लोगों को काफी राहत है.

लॉकडाउन होने के बाद से ही लोगों मे दहशत थी कि अब बाजार खुलेंगे या नहीं. जिसके चलते अफरा तफरी में सभी लोग बाजारों की ओर दौड़ पड़े. लोगों ने थोक के भाव सब्ज़ियों को खरीदा. जिस कारण मांग बढ़ते ही मंडियों में लोगों को महंगी सब्ज़ियां खरीदनी पड़ी, लेकिन जिला प्रशासन के सख्त होने के बाद सब्जियों के दामों में नियंत्रण देखने को मिल रहा है.

निरंजनपुर मंडी का ऐसा है हाल.

हालांकि, निरंजनपुर मंडी में वर्तमान में यह हाल है कि सब्जी लेने वाला कोई नहीं है और सब्जी सड़ रही है. वही आढ़ती सब्ज़ियों को गरीब लोगों में बांटने का काम कर रहे हैं. लॉकडाउन के शुरुआत और अब सब्जियों के दामों में करीब आधे का अंतर आ चुका है.

ये भी पढ़े:कोरोना लॉकडाउन: राज्य सरकार का बड़ा फैसला, मोबाइल वैन से घर-घर पहुंचाई जाएंगी सब्जियां

सब्ज़ी विक्रेता अंसार अहमद का कहना है कि लॉकडाउन की शुरुआत में तो सब्जियों के दामों में तेजी आई थी, लेकिन वर्तमान में सब्जियों के दाम बहुत कम हैं. मंडी में सब्जी बहुत अधिक आ रही है. जिससे सब्जियां आसानी से मिल रही हैं. पहले के मुकाबले सब्जियों के दाम आधे हो गए हैं. जिस कारण लोगों को काफी राहत है. वहीं सब्ज़ी विक्रेता बबलू का कहना है कि पहले तो सब्जियां बहुत महंगी थी, लेकिन अब सस्ती हो चुकी हैं.

Last Updated : Apr 4, 2020, 9:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details