देहरादून: कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के चिंतन शिविर की चर्चा राजधानी देहरादून में भी है. एक तरफ प्रदेश कांग्रेस के नेता राष्ट्रीय नेतृत्व के फैसलों को इंप्लीमेंट करने की बात कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी का इस पर अलग नजरिया है.
देश में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों कांग्रेस के अनुकूल नहीं है और इन्हीं हालात के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने एक वृहद चिंतन भी किया है. हालांकि यह चिंतन राजस्थान के उदयपुर में हुआ. लेकिन इसकी चर्चा देश के दूसरे हिस्सों की तरह राजधानी देहरादून में भी हो रही है. कांग्रेस में बड़े बदलाव से जुड़े फैसलों पर कांग्रेसी नेता खुशी भी जाहिर कर रहे हैं और इसके भविष्य में बेहतर परिणाम आने का भी दावा कर रहे हैं.
कांग्रेस के चिंतन शिविर को BJP ने बताया फिजूल पढ़ें- Chardham Yatra: रजिस्ट्रेशन करने वाली कंपनी पर होगी कार्रवाई, ईटीवी भारत ने रियलिटी चेक में दिखाई थी खामियां बता दें कि कांग्रेस हाईकमान ने एक व्यक्ति एक पद से लेकर परिवार में एक टिकट जैसे विषय पर भी चर्चा की है. यही नहीं पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों को भी तय किया है. जाहिर है कि पार्टी के निर्णय को लेकर कांग्रेस के नेता भविष्य में कुछ बेहतर होने की उम्मीद जता रहे हैं.
यूं तो कांग्रेस का यह चिंतन देश भर के लिए है, लेकिन राजधानी देहरादून में भी राजनीतिक रूप से इस चिंतन पर कांग्रेस के साथ भाजपाई भी चर्चा कर रहे हैं. कांग्रेस अपने आलाकमान के विचारों का पक्ष रख रही है तो भाजपा कांग्रेस के खराब हालात को आगे रखकर चिंतन को फिजूल बता रही है. भाजपा के नेता कहते हैं कि देश की मुख्य समस्या कश्मीर रहा है, जिसका समाधान भाजपा ने किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्रवाद के खिलाफ रही है और इसीलिए यह डूबता हुआ जहाज बन गई है.