देहरादून: उत्तराखंड में मौसम विभाग ने एक बार फिर से 10 जुलाई तक पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आने वाले 3 दिनों में उत्तराखंड में सबसे मानसून की बारिश हो सकती है. लिहाजा, जिला प्रशासन अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखें. इसके साथ ही लोगों से अपील की गई है कि जरूरत के समय ही घर से बाहर निकले. नदी नालों से दूर रहने के निर्देश भी लोगों को दिये गये हैं. मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा में सबसे अधिक बारिश होने की संभावना जताई है.
आपदा प्रबंधन विभाग का पत्र एक्टिव हुआ आपदा प्रबंधन विभाग: मौसम विभाग की चेतावनी के बाद उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग भी एक्टिव हो गया है. आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को एक पत्र लिखा है. जिसमें साफ निर्देश दिए हैं कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार, धौलीगंगा (कनज्योति) पिथौरागढ़ एवं कोसी (बेतालघाट) और नैनीताल के तमाम नदी नाले उफान पर आ रहे हैं. ऐसे में इन नदी-नालों के आसपास सुरक्षा की दृष्टि से टीमों को तैनात रखें.
सभी जिलाधिकारियों को लिखा गया पत्र:राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से तमाम जिलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है. जिसमें कहा गया है कि सभी आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल अधिकारियों को नदियों के किनारे ड्यूटी पर रहना आवश्यक है. साथ अपने साथ छाता, टॉर्च, हेलमेट और आवश्यक उपकरण जरूर रखें. तटबंध पर रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वह सुरक्षित स्थानों पर जाएं. अगर देर रात नदियों में पानी बढ़ता है उसके लिए भी अलग से व्यवस्था बनाकर रखें.
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हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के जाने पर लगी रोक: पत्र में इस बात को भी मुख्य रूप से चेतावनी भरे अंदाज में कहा गया है कि अधिक वर्षा होने की वजह से पहाड़ों में हालात अगर खराब होते हैं तो यह भी सुनिश्चित करें कि पर्यटकों को हिमालय क्षेत्रों में जाने की अनुमति किसी भी कीमत पर ना दी जाए. उत्तराखंड के कई हिस्सों में सुबह से लगातार बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है. देहरादून और हरिद्वार में सुबह 5 बजे से बारिश हो रही है. कई जगहों पर पानी भरने की सूचनाएं भी आपदा प्रबंधन विभाग को मिल रही हैं. बारिश की चेतावनी को देखते हुए हरिद्वार, देहरादून, उधम सिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा जैसे जिलों में आज स्कूल बंद रखे गये हैं.
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यूपी के अधिकारियों को भी किया गया सूचित: बता दें कि, उत्तराखंड में जब पहाड़ों पर तेज बारिश होती है तो तराई के इलाके जिसमें खासकर देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, लक्सर, रुड़की, मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर जैसे इलाके सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. लिहाजा, उत्तराखंड सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश को भी इस बाबत सूचित कर दिया है. साथ ही साथ हरिद्वार पहुंच रहे कावड़ियों को सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान को कहा गया है. साथ ही नदीं के बढ़े जलस्तर को देखते हुए गंगा किनारों से दूर रहने की अपील की गई है. इसके साथ ही केन्द्रीय जल आयोग के लिंक http//ffs.india-water.gov.in से जलस्तर / खतरे की स्थिति की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चत करने के निर्देश जारी किये गए हैं.
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सभी रहें अलर्ट:इसके अलावा राजस्व उपनिरीक्षकों, ग्राम विकास अफसरों, ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. सभी थाने चौकियों को कहा गया है कि वो आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट पर रहें. इसके अलावा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट में रहने के निर्देश दिए हैं.
जारी किए गए टोल फ्री नंबर:वहीं, समस्त संबंधित अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना SEOC/ राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 2664314, 2664315 2664316, फैक्स नं० 0135-2710334, 2664317. टोल फ्री नं0 1070, 9058441404 एवं 8218887005 पर तत्काल देने के भी निर्देश जारी किए गए हैं.
बारिश से पानी पानी हुआ शहर
पानी-पानी हुआ रुद्रपुर: भारी बारिश के कारण पंतनगर एयरपोर्ट भी पानी-पानी हो गया है. एयरपोर्ट परिसर पानी से लबालब भरा हुआ है. बारिश को देखते हुए उधम सिंह नगर के डीएम ने आंगनबाड़ी सहित 12 वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जिलाधिकारी ने जनपद के अधिकारियों संग बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में बने रहने के साथ अलर्ट रहने के निर्देश दिये. उन्होंने कोसी नदी, ढेला नदी, नानकसागर, कैलाश नदी के स्तर के वॉर्निग लेवल निरन्तर निगरानी रखने तथा नदी व जलाशयों में सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ताओं को तैनात किये जाने, जिसकी सूचना निश्चित समयान्तराल पर आपदा प्रबन्धन कार्यालय को प्रतिदिन प्रेषित करने के निर्देश दिये.
जिला पंचायत अधिकारी, चिकित्साधिकारी, नगर आयुक्त एवं नगर निकायों को सम्बन्धित क्षेत्र में नदी नालों की सफाई के लिए कहा गया है. पुलिस विभाग को दो पुलिस कार्मिक जिला आपदा कंट्रोल रूम में वायरलैस सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए तैनात करने के लिए कहा गया है.