मसूरी:देशभर में 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज चल रहा है. ऐसे में पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के आने की उम्मीद थी. पर्यटकों के नहीं पहुंचने से रिक्शा चालक मायूस हैं.
रिक्शा चालकों में छाई मायूसी दरअसल 8 जून से अनलॉक-1 का दूसरा फेज लागू होने के बाद मसूरी के सभी सार्वजनिक स्थल खुल गए हैं. ऐसे में यहां के रिक्शा चालक पर्यटकों के लिए टकटकी लगाए बैठे थे. लेकिन पर्यटकों के न पहुंचने से रिक्शा चालकों के चेहरे मुरझा गए हैं. दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में ढील देने के बाद भी लोग कोरोना के भय से घरों से बाहर निकलने को डर रहे हैं.
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रिक्शा चालक नैन सिंह और सुंदरलाल ने बताया, कि लॉकडाउन की वजह से रिक्शा चालकों के ऊपर आर्थिक संकट गहरा गया है. लॉकडाउन की वजह से पिछले ढाई महीने से रिक्शों के पहिए जाम हैं. लेकिन राज्य सरकार से अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली है. हालांकि पिछले दिनों कुछ सामाजिक संगठनों की ओर से उन्हें राशन मुहैया करवाया गया था, लेकिन वो भी खत्म हो गया है.
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वहीं, सभी रिक्शा चालकों ने कहा कि सरकार वैसे तो बड़े-बड़े वादे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. रिक्शा चालकों ने राज्य सरकार से जल्द मदद की गुहार लगाई है.