देहरादून: सहसपुर थाना क्षेत्र में 3 दिन पहले हुए मासूम बच्चे के अपहरण और हत्या का मामला पुलिस की लापरवाही के चलते गरमाता जा रहा है. 6 साल के अभय के लापता होने की सूचना पर पुलिस एक्शन में लेटलतीफी को लेकर अब आलाधिकारी भी चिंतित नजर आ रहे हैं. मामले में सहसपुर पुलिस के खिलाफ डीआइजी गढ़वाल ने आदेश जारी करते हुए मिनट टू मिनट कार्रवाई वाली जांच रिपोर्ट मांगी है. अगर जांच के बाद प्रकरण में सहसपुर पुलिस की कोताही और लेटलतीफी सामने आती है तो आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है.
कहा जा रहा है कि अभय मामले में अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो शायद मासूम की जान बच सकती थी. बता दें कि 9 मार्च की शाम साढ़े चार बजे के आसपास घर के पास खेलते हुए अभय का दो युवकों ने अपहरण कर लिया था. परिवार वालों से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी. मामले में परिजनों ने अभय के अपहरण की सूचना पुलिस को दी. वहीं, रात 11 बजे के आसपास सहसपुर पुलिस ने उच्च अधिकारियों को फोन कर घटना के बारे में सूचना दी.
डीआईजी ने किया रिपोर्ट तलब ये भी पढ़ें:महिला ने ससुराल पर लगाया दहेज उत्पीड़न का आरोप, पुलिस ने शुरू की तफ्तीश
हालांकि, इससे पहले रात 8 बजे अपहरणकर्ताओं का फोन आने के बाद डीआइजी गढ़वाल को सहसपुर पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की सूचना दी. ऐसा माना जा रहा कि इसके बाद ही पुलिस की कार्रवाई में तेजी आयी. पुलिस के मुताबिक अगली सुबह टीम ने अपहरण मामले में दो आरोपियों को सहारनपुर के मिर्जापुर से गिरफ्तार किया था. अभियुक्तों से सख्ती से पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर सहारनपुर के देवबंद नदी किनारे से क्षत-विक्षत हालत में लापता अभय का शव बरामद किया.
डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने भी माना कि बच्चे का अपहरण और हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. गर्ग के मुताबिक जिस तरह से इस प्रकरण में सहसपुर पुलिस पर समय रहते कार्रवाई ना करने और लेटलतीफी के आरोप लग रहे हैं, वह चिंता का विषय है. ऐसे में इस मामले में मिनट टू मिनट कार्रवाई के जांच रिपोर्ट तलब की गई है. अगर जांच उपरांत कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.