उत्तराखंड में 'नारी शक्ति उत्सव' के रूप में मनाई जाएगी नवरात्रि. देहरादूनःआगामी 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू होने जा रही हैं. इस मौके पर धामी सरकार एक नई पहल शुरू करने जा रही है. इसके तहत सरकार द्वारा इस बार नवरात्रि नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाई जाएगी. जिसमें पहली दफा सरकार नवरात्रों के आयोजन में शासन प्रशासन को भी शामिल कर रही है. साथ ही सभी कार्यक्रमों की रूपरेखा और विवरण की जानकारी संस्कृति विभाग के मेल पर दी जाएगी.
उत्तराखंड के धर्मस्व सचिव हरिश्चंद सेमवाल ने बताया कि आगामी 22 से 30 मार्च तक चैत्र नवरात्रि हैं. इस अवसर पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि विधान के साथ पूजा की जाती है. चैत्र नवरात्रि के मौके पर उत्तराखंड में व्यापक धार्मिक महत्ता के मद्देनजर सभी प्रमुख देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है.
उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्रि के मौके पर सरकार विशेष अभियान चलाने जा रही है. इसके तहत प्रदेश के सभी जिलों के प्रमुख देवी मंदिर/शक्ति पीठों में मातृशक्ति के सामर्थ्य और शक्ति का प्रतीक नवरात्रि को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाने जा रही है. इसमें दुर्गा सप्तशती, रामचरितमानस, देवी गायन, देवी जागरण आदि पाठ आयोजित कराए जाने का फैसला लिया गया है. इसमें महिलाओं और बालिकाओं की सहभागिता ज्यादा होगी.
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प्रदेशभर में आयोजित होने वाले इन उत्सव को लेकर सभी जिलाधिकारियों के माध्यम से जिला और विकासखंड स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा. जिसमें सांस्कृतिक, धार्मिक और जनसहभागिता से जुड़े संगठनों व कार्यक्रमों से आम जनमानस को जोड़ने के लिए जिला सूचना अधिकारी की भी मदद ली जाएगी. गठित समिति इन सभी आयोजनों की रूपरेखा तय करेगी और आयोजन सुनिश्चित किए जाएंगे.
हर दिन होने वाले कार्यक्रमों का विवरण आयोजकों की ओर से संस्कृति विभाग उत्तराखंड के ईमेल navratrinarishaktiutsav@gmail.com पर दी जाएगी. आयोजन स्थल के आस पास साफ-सफाई, पेयजल, ध्वनि प्रकाश और अन्य व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से सुनिश्चित की जाएगी. कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए संस्कृति विभाग की ओर से प्रत्येक जिलाधिकारी को एक लाख की धनराशि प्रदान की जाएगी. साथ ही अन्य व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की ओर से अपने स्तर से सुनिश्चित की जाएंगी.