देहरादून: धामी सरकार में चार मंत्रियों के पद खाली चल रहे हैं. इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. कयास लगाये जा रहे हैं कि जुलाई महीने की 15 तारीख से पहले धनी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. बताया जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड सरकार और संगठन से तमाम मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है. जिसके बाद ही धामी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार होगा.
पूरे देशभर में बीजेपी इस वक्त महाजनसंपर्क अभियान चला रही है. इसके लिए सांसद, विधायकों और मुख्यमंत्रियों को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. बीते एक महीने तक चलने वाले इस महा जनसंपर्क अभियान का अब अंतिम चरण चल रहा है. इस बीच उत्तराखंड की धामी सरकार में चार मंत्री पद खाली हैं. जिसे भरने की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं. बीजेपी चाहती है कि लोकसभा चुनाव के बिगुल बजने से पहले ही उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार हो जाये. जिससे यह सुनिश्चित किया जाए कि मंत्री, विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में पार्टी को और मजबूती प्रदान कर सकेंगे.
पढ़ें-धामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर फिर गर्म हुआ चर्चाओं का बाजार, क्या 15 मई के बाद मिलेगा 'उपहार'
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट लगातार यही बात कह रहे हैं कि जो कुछ भी होगा वह एक साथ बैठकर निर्णय लिया जाएगा. जल्दी ही इस पर फैसला होगा. कोई भी नेता इसकी तारीख को लेकर कुछ नहीं कह रहा है, मगर कयास लगाये जा रहे हैं कि जुलाई महीने में धामी कैबिनेट में कुछ नए चेहरे देखे जा सकते हैं.
पढ़ें-घोटालों के बीच धामी की 'टीम-इलेवन' कब होगी पूरी? CM ने दिल्ली में दिया ये जवाब
बता दें सरकार में पहले तीन मंत्री पद खाली चल रहे थे, लेकिन, कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद इनकी संख्या बढ़कर 4 हो गई है. ऐसे में संगठन और सरकार यही चाहता है कि कुमाऊं में चंदन रामदास का विकल्प और बिशन सिंह चुफाल के क्षेत्र में मंत्री पद देना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही हरिद्वार जैसे बड़े जिले में भी किसी भी विधायक के पास मंत्री पद नहीं है. उम्मीद यही है कि नई कैबिनेट में हरिद्वार से भी किसी विधायक को धामी सरकार में जगह दी जा सकती है. साथ ही राजधानी देहरादून से भी एक मंत्री पद भरा जा सकता है. कुल मिलाकर 15 जुलाई से पहले राज्य की धामी सरकार में कुछ फेरबदल देखने के लिए मिल सकते हैंं.