मसूरी: शिफन कोर्ट आवासहीन निर्बल मजदूर वर्ग एवं अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के संयोजक प्रदीप भंडारी और अध्यक्ष संजय टम्टा ने मसूरी विधायक गणेश जोशी (Mussoorie MLA Ganesh Joshi) पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विधायक गणेश जोशी ने शिफन कोर्ट से आवासहीन लोगों को विस्थापित करने के लिए मात्र जुमलेबाजी की, जबकि धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में समिति द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को पत्र लिखकर विधायक गणेश जोशी को मसूरी से टिकट न देने का आग्रह किया गया है.
उन्होंने बताया कि अगर भाजपा संगठन द्वारा मसूरी से विधायक गणेश जोशी को टिकट दिया गया तो सभी लोग भाजपा के खिलाफ काम करेंगे. इसका असर आसपास की पांच विधानसभाओं में भी देखने को मिलेगा. वहीं, विधायक गणेश जोशी के खिलाफ उनके द्वारा हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया गया है. वह हस्ताक्षर अभियान पूरा होने के बाद उसकों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजकर विधायक गणेश जोशी को मसूरी से टिकट न देने की मांग करेंगे.
तमाम संगठनों ने गणेश जोशी के खिलाफ खोला मोर्चा. उन्होंने कहा कि 2022 में जहां मसूरी विधायक गणेश जोशी को शिफन कोर्ट के लोगों के साथ वादाखिलाफी को लेकर सबक सिखाया जाएगा. वहीं 2023 में पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता को भी नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा भी शिफन कोर्ट के आवासहीन लोगों को जमीन देने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है. जबकि कागजी कार्रवाई आज तक कुछ नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा शिफन कोर्ट के लोगों के साथ भद्दा मजाक किया गया है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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प्रदीप भंडारी ने कहा कि मसूरी विधायक गणेश जोशी ने मसूरी की जनता को गुमराह कर कई योजनाओं की बात कर रहे है. इसके साथ ही मसूरी की जनता से वन टाईम सेटलमेंट योजना, आवास और वन विभाग एवं एमडीडीए के उत्पीड़न से बचाव के नाम पर खेल खेला गया है. उन्होंने कहा कि मसूरी की जनता विधायक गणेश जोशी को सबक सिखाने के लिए तैयार है. इस मौके पर राजेन्द्र सेमवाल, संजय टम्टा, कन्हैया लाल, अवतार आदि मौजूद थे.