देहरादून: हिमालय की गोद में बसा उत्तराखंड देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है. साल भर यहां सैलानियों के साथ श्रद्धालुओं का आवागमन लगा रहता है. उत्तराखंड प्रकृति की अमूल्य और अलौकिक धरोहर है. इसके दर्शन मात्र के लिए लोग हमेशा लालायित रहते हैं. हाल ही में पीएम मोदी केदारनाथ पहुंचने के बाद देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उत्तराखंड की सभी धार्मिक स्थलों पर सुरक्षित यात्रा होने का संदेश गया है.
ध्यान गुफा की बढ़ी डिमांड. पीएम के उत्तराखंड दौरे के बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम यानी जीएमवीएन को भी रिकॉर्ड तोड़ पर्यटकों के देवभूमि में पहुंचने की उम्मीद बढ़ने लगी है. जीएमवीएन ने इसके लिए यात्रियों से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को बेहतर करने की कवायद भी शुरू कर दी हैं. जीएमवीएन के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ ने बताया कि हर साल चारधाम यात्रा के दौरान देश नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आते हैं.
पढ़ें- हेमकुंड साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को दिया जाएगा ऐसा बैग, उपयोग के बाद धुल जाएगा मिट्टी में
उनका कहना है कि 18 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम दर्शन करने आए और जीएमवीएन की ध्यान गुफा में साधना की, जिससे उत्तराखंड का धार्मिक महत्व बढ़ा है. साथ ही अब जीएमवीएन की इस ध्यान गुफा के लिए श्रद्धालु प्री-बुकिंग करने लगे हैं. उनका मानना है कि आने वाले समय में जीएमवीएन को यात्रा से अच्छी उपलब्धि हासिल होगी.
महावीर सिंह का कहना है कि सरकार की मंशा पर्यटन के दृष्टिगत अच्छी सेवाएं देने का है, लेकिन इस सीजन में भारी बर्फबारी के चलते जीएमवीएन को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा है कि बर्फबारी के चलते कुछ परेशानियां भी हुई हैं, लेकिन आने वाले समय में जीएमवीएन बेहतर सुविधाएं देगा. जीएमवीएन का मानना है कि केदार घाटी फ्रिज जोन होने की वजह से वहां यात्रियों को बेहतर सुविधाएं नहीं मुहैया हो पा रही है.