देहरादून:राज्य सरकार के उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त प्रदेश बनाने के सभी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. ऐसे में पर्यावरण संरक्षण और गरीबों के उत्थान के लिए काम करने वाली दून की एक निजी संस्था ने ईको फ्रेंडली ईंट तैयार की है. ईको फ्रेंडली ईंट को बनाने में युवाओं ने प्लास्टिक की बोतलें और अन्य प्लास्टिक कूड़ा का इस्तेमाल किया है.
ईको फ्रेंडली प्लास्टिक ईट बनाने का मुख्य उद्देश्य जगह-जगह लगे प्लास्टिक कूड़े के ढेर को कम करना है. ईटीवी भारत से बात करते हुए बिल्डिंग ड्रीम्स फाउंडेशन के प्रबंधक हिमांशु पाठक ने बताया कि उनकी संस्था से जुड़े युवा साथियों ने सबसे पहले शहर के अलग-अलग स्थानों से प्लास्टिक कूड़ा और बोतलें एकत्रित कीं, जिसके बाद प्रेम नगर कैंटोनमेंट बोर्ड के स्कूल के लिए उन्होंने इन प्लास्टिक ईंट से चबूतरा तैयार किया है, जो दिखने में काफी खूबसूरत है. यहां पेड़ के नीचे बैठकर बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे.
एक ईको फ्रेंडली ईंट बनाने के लिए 600-700 ग्राम पॉलिथीन या प्लास्टिक वेस्ट की जरूरत पड़ती है. ऐसे में जगह-जगह फैले प्लास्टिक कूड़े का सदुपयोग करने के लिए युवाओं ने 4 हजार प्लास्टिक बोतलों से ईको फ्रेंडली ईंट के तौर पर इस्तेमाल करने का लक्ष्य रखा है.