CBI जांच की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने भांजी लाठियां देहरादून: राजधानी देहरादून में शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर बेरोजगार युवकों को पुलिस ने आधी रात को जबरन उठाया. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद बेरोजगार युवकों ने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिससे शहर में जाम लग गया. इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकन का प्रयास किया तो दोनों के बीच तनाव की स्थिति बन गई. ऐसे में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं, प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर किए गए पथराव से हालात बिगड़ गए.
प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर दून पुलिस ने भांजी लाठियां. पुलिस की लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हुए और शहर में लगा जाम खुल पाया. हालांकि इसके बाद भी बेरोजगार युवकों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं किया और वो घंटाघर के पास ही गांधी पार्क में एकत्र हो गए. यहां बेरोजगार युवकों ने राज्य सरकार के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता विधायक प्रीतम सिंह के खिलाफ भी नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने प्रीतम सिंह गो बैक के नारे लगाए.
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दरअसल, भर्ती परीक्षाओं में हो रही धांधली की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सैकड़ों बेरोजगार युवकों ने गांधी पार्क के सामने चक्का जाम करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. बीती रात सत्याग्रह पर बैठे बेरोजगारों को पुलिस ने जबरन उठा लिया था. इससे नाराज हजारों की तादाद में बेरोजगार गांधी पार्क के सामने एकत्रित हुए हैं और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सड़क पर धरने पर बैठे हुए हैं.
वहीं, आंदोलनरत बेरोजगारों के समर्थन में जैसे ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा मौके पर पहुंचे, तभी बेरोजगारों ने प्रीतम सिंह गो बैक के नारे लगाने शुरू कर दिए. प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए चकराता विधायक प्रीतम सिंह को वापस जाना पड़ा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की ओर से प्रीतम सिंह और कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी भी होती रही.
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युवाओं ने भी पुलिस पर किया पथराव: बता दें कि युवा सरकार से सभी भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं और तब तक किसी भी परीक्षा को न कराए जाने की भी मांग हो रही है. लेकिन इस आंदोलन मैं उस समय अफरा-तफरी मच गई. जब पुलिस ने सड़क पर बैठे युवाओं को एक तरफ सड़क खाली करने के लिए कहना शुरू कर दिया. इस पर युवा नाराज हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों के बल प्रयोग करने पर नाराजगी जताकर पथराव शुरू कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने फिर लाठीचार्ज करते हुए युवाओं को यहां से खदेड़ना शुरू कर दिया. हालांकि इसके बावजूद युवा अभी गांधी पार्क के सामने सड़क पर डटे हुए हैं और लगातार अपनी मांग पूरी करने को लेकर सरकार से मांग कर रहे हैं. पत्थरबाजी के बीच देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर भारी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी के साथ मौके पर मौजूद हैं.
सीएम धामी की युवाओं से अपील: वहीं इस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से सजग है. किसी भी भर्ती घोटाले का दबाया या छुपाया नहीं जाएगा. जितने भी मामले सामने आए हैं, उनकी जांच कराई जा रही है और दोषियों को जेल भेजा जा रहा है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने पहले ही तय कर दिया था कि भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाएंगे. देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून उत्तराखंड सरकार लेकर आई है. ऐसी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है कि भविष्य में होने वाली सारी परीक्षाएं पारदर्शी और नकल विहीन हों. प्रदेश के युवाओं के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा. युवाओं से अनुरोध है कि वो किसी के बहकावे में न आए.