देहरादून: राजधानी देहरादून के धौलास गांव में हुए दोहरे हत्याकांड का आखिरकार पर्दाफाश हो गया है. पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि धौलास गांव के इस आलीशान बंगले में काम करने वाले राजू उर्फ श्याम थापा का पहचान वाला ही निकला. पुलिस के मुताबिक, राजू को ठिकाने लगाकर उसकी नौकरी पाने की चाह में हत्यारे ने पहले राजू को ठिकाने लगाया और इसी दौरान जब बंगले की मालकिन उन्नति शर्मा ने राजू की हत्या करते देखा तो उसने उन्नति को भी मौत के घाट उतार दिया. एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का खुलासा करते हुए हत्याकांड की परत-दर-परत खोली.
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इस दोहरे हत्याकांड में मारा गया राजू उर्फ श्याम थापा मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है. उसी का एक साथी जो धौलास गांव के निचले इलाके में झोपड़ पट्टी में रहता था. आरोपी राजू की जगह पर वह नौकरी पाना चाहता था. दरअसल, राजू को बंगले में नौकरी के एवज में 25,000 रुपए मिलते थे. इसलिए उसने उसकी हत्या की साजिश को अंजाम दिया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे को 2 दिन पहले ही पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही थी. इस मामले में नौकर राजू के मोबाइल को सर्विसलांस में लगाने के जरिए ही पुलिस कथित हत्यारे तक पहुंची.
सुबह 4 बजे बंगले में घुसा आरोपी: देहरादून एसएसपी के मुताबिक प्रेमनगर के धौलास गांव में स्थित आलीशान बंगले में हुए दोहरे हत्याकांड की साजिश हत्यारे आदित्य ने कुछ दिन पहले ही रच ली थी. जब वह मृतका उन्नति शर्मा के यहां नौकरी मांगने आलीशान बंगले में आया था. बंगले में चार-पांच दिन काम करने के बाद उसका काम बंगले की मालकिन उन्नति शर्मा और उनके पति सुभाष शर्मा को पसंद आया. लेकिन घर पर पहले से मौजूद नौकर राजू उर्फ श्याम के नौकरी पर होने के चलते आदित्य को काम नहीं मिला. बस इसी बीच आरोपी आदित्य ने आलीशान बंगले की शान और शौकत वाली 25 हजार नौकरी और रहने के लिए राजू की हत्या का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया.
आदित्य ने सोचा कि अगर यह नौकरी मिल जाएगी तो वह न सिर्फ अच्छी खासी तनख्वाह लेगा. बल्कि अपने परिवार को अच्छे ढंग से सर्वेंट क्वार्टर में भी रख पाएगा. आदित्य की इस नौकरी पर इसलिए भी तिरछी नजर थी, क्योंकि यह बंगला फिल्मों की शूटिंग के लिए भी किराए पर दिया जाता था. शर्मा हाउस में फिल्मी लोगों के साथ मुलाकात और अच्छी कमाई जैसे मौके को आरोपी आदित्य में घर बनाकर बैठ गए थे.
इसी षड्यंत्र के तहत उसने उन्नति शर्मा को कई बार फोन भी किया. लेकिन उन्नति शर्मा ने आदित्य का फोन नहीं उठाया. उधर आदित्य ने मन बना लिया कि अब नौकर राजू को रास्ते से हटाना है. इसी साजिश के तहत 29 सितंबर 2021 कि सुबह लगभग 4 बजे के आसपास आरोपी बंगले में चोरी-छिपे लोहे की रॉड लेकर दाखिल हुआ और घात लगाकर बंगले एक कोने में बैठ गया.
ऐसे में जैसे ही सुबह 6:30 बजे के आसपास नौकर राजू सर्वेंट क्वॉटर से बंगले की तरफ जा रहा था. घात लगाए बैठे आदित्य लोहे की रॉड से राजू पर वार कर दिया और उसकी हत्या कर दी. इसी दौरान बंगले के बाहर यह सब वारदात को उन्नति शर्मा ने देख लिया. जिसके बाद आदित्य ने उन्नति शर्मा की रॉड से हत्या कर दी और प्लास्टिक के बैग से शवों को ढक दिया.
अस्पताल में भर्ती हो गया आरोपी: दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शातिराना दिमाग चलाते हुए आरोपी आदित्य ने खुद को हॉस्पिटलाइज कर लिया. ताकि हत्या के छानबीन के दौरान जब उसका नाम आए तो लगे कि वह तो पहले से ही अस्पताल में भर्ती है. लेकिन, पुलिस ने जब मृतक राजू के फोन कॉल को सर्विसलांस में लिया तो पता चला कि उसमें कई बार आदित्य का फोन आ चुका था. इतना ही नहीं आरोपी आदित्य ने कई बार अपने नंबर से उन्नति शर्मा को भी फोन कर चुका था.
कॉल ने खोली पोल: बस इसी मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस आदित्य तक पहुंची और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने तक सारे सबूत एकत्र किए गए. पूछताछ में आरोपी आदित्य ने कबूला कि यह सारा हत्याकांड का खेल है. उसने मात्र राजू के बदले नौकरी पाने और आलीशान बंगले की शान और शौकत के अलावा गेस्ट हाउस जैसे सर्वेंट क्वॉर्टर में अपने परिवार को रखने के लालच में किया.