देहरादून: प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की मुख्य जिम्मेदारी पुलिस के हाथों में होती है. वहीं, आंकड़ों के हिसाब से देखें तो उत्तराखंड में 2019 में हुए प्रदर्शनों के कारण धरना प्रदेश बन गया. पुलिस पूरे साल धरना प्रदर्शन और VIP, VVIP मूवमेंट में व्यस्त दिखाई दी.
उत्तराखंड पुलिस ने एक आंकड़ा जारी किया है. इन अलग-अलग मामलों के आंकड़े सामने आकर सालभर की अपनी-अपनी कहानी बयां कर रहे हैं. हर साल की तरह इस बार भी उत्तराखंड राज्य सरकार से अनगिनत मांगों को लेकर कई प्रदर्शन, जुलूस और रैलियां निकाली गई.
ज्यादातर सरकारी विभाग के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन, रैली, जुलूस चक्का जाम, आमरण अनशन जैसे कई मामलों को लेकर आंदोलित नजर आए. साल भर पुलिस इन धरनों के कारण सूबे की जनता की सुरक्षा को दूसरी प्राथमिकता देती नजर आई. जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रतिदिन पुलिस 5 VVIP कार्यक्रम में व्यस्त रही.