देहरादून: मारपीट और जान से मारने की कोशिश करने के प्रयास के मामले पिछले छह माह से फरार चल रहे 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश को पुलिस ने दिल्ली से पकड़ लिया. वहीं फर्जी कागजातों के बल पर लोगों के साथ जमीनों की धोखधड़ी करने के मामले में पुलिस ने 20 हजार रुपए के इनामी ठग को भी हरिद्वार के मंगलौर से गिरफ्तार किया है.
पहला मामला नगर कोतवाली क्षेत्र का: बीते साल 6 मई को रवि साहनी ने कोतवाली नगर में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने कहा था कि जामा मस्जिद के पास साहिल छाबड़ा नाम के व्यक्ति को 11 महीने के अनुबंध पर एक दुकान अपनी भाभी उमा देवी के नाम से अनुबंध की गई थी, जिसका पिछले कुछ महीनों से साहिल छाबड़ा न तो किराया दे रहा और न ही दुकान खाली कर रहा है.
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इस मामले में जब साहिल छाबड़ा से बात की गई तो उसने बताया कि 5 मई 2022 तक दुकान खाली करने को कहा गया. इस वादे पर रवि साहनी अपने दोस्त संतोष को लेकर अपनी दुकान पर पहुंचा, जहां पर साहिल छाबड़ा पहले से ही मौजूद था. उसने रवि साहनी को खुद ही सामान निकालने के लिए कहा. जब रवि साहनी अपने दोस्त संतोष की मदद से सामान निकालने लगा साहिल छाबड़ा ने अपने कुछ साथियों को तलवार डंडे लेकर मौके पर बुला लिया और रवि साहनी और संतोष पर तलवारों और डंडों से हमला किया.
पुलिस ने रवि साहनी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो हमले की बात सही पाई गई, जिसमें साहिल छाबड़ा अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. जबकि अभियुक्त अजीम गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार जगह बदल रहा था. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही थी, लेकिन वो हाथ नहीं आ रहा था.
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एसएसपी ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. इसी बीच पुलिस को अजीम के बारे में मुखबिर कराई तो पता चला कि वो दिल्ली में छिपा हुआ है. आरोपी की लोकेशन की जानकारी मिलते ही देहरादून से पुलिस की एक टीम दिल्ली भेजी गई. दिल्ली में देहरादून पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा.
बसंत विहार में ठगी का मामला: बीती 13 जनवरी को देहरादून के बसंत विहार थाने में ऊषा शर्मा ने एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें महिला ने बताया कि अब्दुल सत्तार नाम के व्यक्ति ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी कागजात तैयार करते हुए उनके पति के नाम पर दर्ज भूमि की पावर आफ अटार्नी अपने नाम पर करवाकर धोखाधड़ी से उनकी सम्पत्ति किसी और को बेच दी, जिस पर थाना बसंत विहार पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ने अभियुक्त के संभावित स्थलों पर दबिश दी लेकिन अभियुक्त के सम्बन्ध में कोई खास जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई. अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया. वहीं पुलिस ने आरोपी अब्दुल सत्तार को हरिद्वार में मंगलौर से गिरफ्तार किया.