देहरादून: फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में देहरादून पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने मोहम्मद हुमायूं परवेज नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर देहरादून के माजरा और क्लेमेन्टाउन में रक्षा मंत्रालय की जमीन के फर्जी बैनामे बनाकर करीब 11 लोगों को तीन करोड़ रुपए में बेची थी.
देहरादून फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में अभीतक करीब 12 मुकदमें दर्ज हो चुके है, जिसमें 17 आरोपियों को गिरफ्तार हो चुकी है. देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि सहायक महानिरीक्षक निबंधन संदीप श्रीवास्तव ने टर्नर रोड से सुभाष नगर चौक के बीच क्लेमनटाउन में लगभग 2500 गज भूमि और माजरा में 55 बीघा जमीन के फर्जी बैनामे के संबंध में कोतवाली नगर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया गया था.
देव कुमार की मदद से किया गया पूरा खेल: पुलिस ने मामले की जांच की तो मोहम्मद हुमायूं परवेज निवासी बिजनौर का नाम सामने आया. आरोप है कि हुमायूं परवेज ने अपने साथी समीर कामयाब और अन्यों की मदद से फर्जी बैनामे तैयार कर देव कुमार निवासी सहारनपुर की मदद से रिकार्ड रूम रजिस्ट्रार कार्यालय में साल 2016-17 में जिल्द में लगवा दिया था.
पढ़ें-रामनगर में परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन, हत्या की आशंका जताते हुए लगाई न्याय की गुहार
फर्जी बैनामे बनाकर तीन करोड़ में बेच दी जमीन: इस तरह आरोपियों ने टर्नर रोड से सुभाष नगर चौक के बीच क्लेमनटाउन स्थित जमीन का अल्लादिया से 1944 में जलीलू रहमान और अब्दुल करीम को फर्जी बैनामा बनाकर मालिक दर्शाया गया. साल 2019 से 2020 के बीच हुमायूं परवेज ने वसीयत के आधार पर 11 व्यक्तियों को जमीन की रजिस्ट्री कर दी, जिसमें से उसने लगभग तीन करोड रुपए जम्मू एण्ड कश्मीर बैंक सहारनपुर के खाते में प्राप्त किए.