देहरादून: रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट कांड में उत्तराखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. देहरादून पुलिस ने बिहार से मुख्य आोरपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को कल ही हिरासत में लिया था, जिसके बाद उनसे लंबी पुलिस पूछताछ की गई और आज उन्हें गिरफ्तार कर बिहार के कोर्ट में पेश किया गया, जहां ट्रांजिट रिमांड पर सभी आरोपियों को देहरादून लाया जा रहा है.
मामले की पड़ताल के लिए देहरादून एसएसपी अजय सिंह खुद बिहार गए थे. पुलिस ने बताया कि रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट कांड में पांच लोग शामिल थे, जिसमें से एक आरोपी अभिषेक को पुलिस ने कल ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अन्य तीन संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, जिन्हें आज गुरुवार 23 नवंबर को गिरफ्तार किया गया. जिन तीन सह आरोपियों को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है कि उन पर आरोप है कि वो पूर्व में गैंग के लिए फंडिंग की व्यवस्था करते थे. साथ ही आरोपी हवाला और फोन के जरिए गैंग के लिए पेमेंट करते थे.
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मुख्य आरोपी अभिषेक ने इससे पहले पश्चिम बंगाल के रायगंज में डकैती डाली थी, जिसके लिए उसे 6 लाख रुपए मिले थे. अभिषेक ने पुलिस को बताया कि जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया आशीष कुमार, कुंदन कुमार और आदिल को वे किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले गैंग के सरगना द्वारा जेल से आरोपी मोहम्मद आदिल के पास अन्य गुर्गों के माध्यम से पैसे भिजवाए जाते थे, जिसके द्वारा कुंदन और अपने अन्य साथियों को पैसा नगद दिया जाता था, जो पैसों को हवाला और मोबाइल के माध्यम से घटना में शामिल आरोपियों को ऑनलाइन ट्रांसफर करते थे.
देहरादून में हुई घटना के बाद भी आरोपी कुंदन ने मुख्य आरोपी अभिषेक को 12 नवंबर को एक लाख रुपए कैश दिया गया था और आरोपी आशिष ने मुख्य आरोपी अभिषेक को घटना के बाद अपने घर मे आश्रय दिया गया था. एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि मुख्य आरोपी अभिषेक ने बताया गया कि अप्रैल 2023 को रायगंज पश्चिम बंगाल में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम पर डकैती करने के एवज में गैंग द्वारा उसको छह लाख रुपए दिए गए थे.
बता दें कि 9 नवंबर को सुबह करीब 10.30 बजे पांच हथियार बंद बदमाशों ने देहरादून से पॉश इलाके राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में करीब 16 करोड़ रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस लूट कांड में राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे. क्योंकि जिस इलाके में बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था, वो जगह उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय और सीएम दफ्तर यानी सचिवालय से मात्र 100 से 200 मीटर की दूरी पर ही है. यहीं कारण है कि इस वारदात के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी और देहरादून एसएसपी को तलब किया था और जल्द से जल्द इस मामले के खुलासे के निर्देश दिए थे.