देहरादून: विक्रम, ऑटो और ई-रिक्शा द्वारा की जा रही डग्गामारी का लगातार सिटी बस यूनियन विरोध कर रहा है. सिटी बस यूनियन का आरोप है कि डग्गामारी के कारण सिटी बसों को सवारी नहीं मिल रही है. सरकार की ओर से सार्वजनिक सेवाओं को संचालित करने के लिए जारी नई गाइडलाइन के अनुसार सिटी 50% सीटों पर यात्रियों के साथ बसे चला रहे थे, लेकिन विक्रम और ऑटो द्वारा की जा रही डग्गामारी के कारण बसों को काफी नुकसान हो रहा है.
गढ़वाल कमिश्नर को शिकायत करने के बावजूद शहर में डग्गामारी नहीं रुकी है. वहीं, सिटी बस यूनियन ने अपनी 230 बसें सरेंडर कर रखी है. यूनियन की मांग है कि सरकार को सिटी बसों के पदाधिकारियों को बुलाकर कोई पॉलिसी बनानी होगी. सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में सिटी बसों से जुड़े लोगों के परिवार की स्थिति बहुत खराब हो रखी है और सिटी बसों से जुड़े लोग अपने घर का पालन पोषण करने के लिए दूसरा रोजगार करने को मजबूर हो रहे हैं.