देहरादून: कहते हैं न कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती, चाहिये तो बस लगन और मेहनत. इसी बात को साबित कर दिखाया है देहरादून के अंकित चमोली ने. इनको बीट बॉक्सिंग में महारथ हासिल है. इनके करतब देखकर हर कोई इनकी कला का कायल हो जाता है. ईटीवी भारत अपनी स्पेशल सीरीज 'गली टैलेंट' में आज आपको ऐसे टैलेंट से मिला रहे हैं. जो मुंह से ही म्यूजिक साउंड निकालते हैं. ये पिछले कई सालों से अपने इस खास हुनर को निखारने में लगे हुए हैं.
देहरादून में रहने वाले अंकित चमोली एक ऐसे हुनर को निखार रहे हैं जो उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि देश में भी बहुत कम लोगों ने पहले ट्राई किया है. अंकित चमोली एक बीट बॉक्सर हैं और अपने मुंह से तरह-तरह की म्यूजिक साउंड निकालकर लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में अंकित चमोली ने अपने इस प्रोफेशन और अब तक के सफर के बारे में विस्तार से बताया. अंकित का कहना है कि ये एक तरह से इंसान के गले और जुबान के सामंजस्य से निकलने वाली म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की साउंड है. इसे बिना किसी म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की मदद से केवल मुंह से निकाला जाता है.
टैलेंट के धनी अंकित बताते हैं कि वेस्टर्न हिपहॉप कल्चर का एक हिस्सा है और अब इसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है.
बीट बॉक्सर अंकित चमोली ने कहा कि बीट बॉक्सिंग से लोगों को मजा आता है और जब बिना इंस्टूमेंट के सब सुनने को मिले तो मनोरंजन के साथ रोमांच भी बढ़ जाता है, लेकिन इसके लिए बहुत सारी मेहनत और स्टडी लगती है. बीट बॉक्सर अंकित चमोली ने बताया कि जिस तरह से संगीत की संवाद की अपनी एक भाषा होती हैय बिल्कुल वैसे ही बीट बॉक्सिंग की भी अपनी एक अलग भाषा है. उन्होंने ईटीवी भारत के सामने बीट बॉक्सिंग की इस अलग भाषा को विस्तार से बताया. साथ ही उन्होंने छह अलग-अलग प्रकार के म्यूजिक साउंड निकालकर एक अच्छा सा कंपोसिजन भी सुनाया.