उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

Rajnath Singh in Uttarakhand: दून में शौर्य स्मारक और सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज प्रतियोगिता का करेंगे शुभारंभ - Rajnath Singh uttarakhand tour

शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के पहले शौर्य स्मारक का उद्घाटन करेंगे. साथ ही सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज प्रतियोगिता का भी शुभारंभ करेंगे. इसके अलावा भी राजनाथ सिंह कई कार्यक्रम में शामिल होंगे.

Rajnath Singh in Uttarakhand
सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज प्रतियोगिता

By

Published : Jan 13, 2023, 9:02 PM IST

Updated : Jan 13, 2023, 9:39 PM IST

देहरादून:14 जनवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड दौरे पर देहरादून पहुंचेंगे. इस दौरान वह देहरादून गढ़ी कैंट स्थित चीड़बाग में बने उत्तराखंड के पहले शौर्य स्मारक के रूप में शौर्य स्थल का लोकार्पण करेंगे. वहीं, देहरादून गढ़ी कैंट आर्मी एरिया में सेना द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से तैयार किए गए रेसिंग ट्रैक का भी उद्घाटन करेंगे.

वहीं, इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ देहरादून में सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज प्रतियोगिता का शुभारंभ करेंगे. यह प्रतियोगिता भारतीय सेना और CLAW ग्लोबल जो कि विशेष बलों के महारथी रहे लोगों द्वारा संचालित एक एडवेंचर स्पोर्ट संगठन है.

भारतीय सेना की सबसे पुरानी ब्रिगेड (Ibex Brigade) और वेटरन द्वारा शुरू किया गया. स्टार्ट अप CLAW ग्लोबल की शुरुआत 2019 में हुई. CLAW और सेना के संयुक्त प्रयासों से देहरादून में साहसिक खेलों के प्रति आम लोगों में बढ़ावा देने के लिए सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज का आयोजन किया जा रहा है. इस तरह के तमाम प्रयासों से आम लोगों को साहसिक गतिविधि के प्रति जागरूक करने के लिए आर्मी एडवेंचर विंग और CLAW एक बैनर तले एक साथ आए हैं.

सेना और CLAW के बीच हुए एमओयू के अनुसार सेना जरूरत पड़ने पर उपलब्धता, आपातकालीन परिस्थितियों में CLAW मदद करेगी और इन्ही सब प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कल देहरादून में एक सोल ऑफ स्टील एल्पाइन चैलेंज रखा गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एडवेंचर कार रैली को फ्लैग ऑफ करेंगे.
ये भी पढ़ें:Sushma Swaraj Viral Video: उत्तराखंड के लिए घातक साबित हो रहा विकास, सुषमा स्वराज ने पहले ही दी थी चेतावनी

आपको बता दें कि रक्षा मंत्रालय के साथ हुए एमओयू के अनुसार अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों को सरकार की गाइडलाइन के तहत एक फेयर चैलेंज में भाग लेने की अनुमति है. भारतीय सेना की आईबेक्स ब्रिगेड 1905 में स्थापित भारतीय सेना की सबसे पुरानी ब्रिगेड है और एकमात्र इंडिपेंडेंट माउंटेन ब्रिगेड भी है, जो जोशीमठ में स्थित. यह उत्तरी सीमाओं की रक्षा कर रहा है.

कल देहरादून में शुरू होने जा रहे इस चैलेंज को 4 चरणों में आयोजित किया जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी तीसरे चरण में शामिल होंगे. सभी प्रतियोगी कल फ्लैग ऑफ के बाद खुलने वाली वेबसाइट पर पार्टिसिपेट के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. गढ़वाल हिमालय में चैलेंज के अंतिम चरण में कई अंतरराष्ट्रीय टीमें भी भाग लेंगी. आईबेक्स ब्रिगेड और क्लॉ ग्लोबल इस चुनौती के लिए आर्मी एडवेंचर विंग के बैनर तले एक साथ आए हैं. इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

Last Updated : Jan 13, 2023, 9:39 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details