देहरादून:साल 2013 में केदार घाटी में आई भीषण आपदा एक बार फिर लोगों के जहन में ताजा हो गईं हैं. हालांकि साल 2013 के आपदा के दौरान भी हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. उस दौरान भी पानी के साथ भारी मलबा भी आया था, जिसने जानमाल को काफी नुकसान पहुंचा था. इसी तरह रविवार को भी चमोली जिले के जोशीमठ तपोवन धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने के कारण पानी के साथ भारी मलबा भी नीचे की तरफ बढ़ रहा है, जिससे जानमाल को काफी नुकसान होने की आशंका है.
ग्लेशियर टूटने की सूचना मिलने के बाद ही आपदा विभाग, एसडीआरएफ समेत सभी संबंधित विभाग अलर्ट मोड पर आ गए हैं. यही नहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी खुद चमोली रवाना हो गए हैं, ताकि वहां की स्थिति का जायजा ले सकें. इसके साथ ही जोशीमठ से लेकर हरिद्वार तक नदी के किनारे बसे लोगों को अलर्ट करने के साथ ही सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं. इसके साथ ही मुख्य रूप से अलकनंदा नदी के भी जलस्तर बढ़ने की प्रबल संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने जनपद रुद्रप्रयाग की जनता से अपील की है की नदी किनारे रहने वाले लोग नदी के स्थानों से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाए.
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