यहां सुरंग की खुदाई में मिली थी मां काली की मूर्ति, आज दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं श्रद्धालु - धर्म
बताया जाता है कि जब अंग्रेज दून घाटी आ रहे थे, तब अंग्रेजों को दून घाटी में प्रवेश करने के लिए सुरंग बनाने की जरूरत पड़ी थी. जिसके बाद अंग्रेजो ने यहां सुरंग बनाना शुरू किया. सुरंग बनाने के लिए खुदाई करते समय यहां मां काली की मूर्ति निकली थी. मूर्ति निकलने के बाद सुरंग बनाने का काम शुरू कर दिया गया.
मां डाट काली मंदिर.
देहरादून:आज हम आपको एक ऐसी शक्ति पीठ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के बॉर्डर पर स्थित है. यह शक्ति पीठ माता सती के 9 शक्ति पीठों में से एक है, जिसे मां डाटकाली मंदिर के नाम से जाना जाता है. मां डाटकाली के मंदिर को भगवान शिव की पत्नी सती का अंश माना गया है. यह मंदिर देहरादून शहर से 14 किलोमीटर दूर देहरादून-सहारनपुर हाइवे पर स्थित है. इस मंदिर का निर्माण 13 जून 1804 में करवाया गया था.
Last Updated : Apr 14, 2019, 11:28 AM IST