देहरादून: राजधानी के दरबार साहिब का ऐतिहासिक झंडे मेले का आरोहण हो गया है. दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज ने झंडे जी का आरोहण किया. इस बार जालंधर के हरजोत सिंह ने लाखों संगतों की मौजूदगी में 95 फीट ऊंचे झंडे जी में दर्शनी गिलाफ चढ़ाया. अपनी अनोखी परंपराओं को समेटे हुए इस झंडे मेले में आस्था का जनसैलाब उमड़ा. वहीं, झंडा जी के आरोहण के दौरान लाखों लोग इसके साक्षी बने.
देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला.
बता दें कि श्री गुरू राम राय महाराज ने इस ऐतिहासिक मेले की शुरुआत की थी. माना जाता है कि झंडे जी मेला करीब 400 साल पुराना है. झंडे मेले में दर्शनी गिलाफ 100 साल बाद चढ़ाया जाता है. प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा और आस्था को समेटे हुए ये ऐतिहासिक झंडा मेला एक महीने तक चलता है. वहीं, इस बार मेले में करीब 100 साल पहले पूरी हुई मुराद पर झंडे जी को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का मौका जालंधर के हरजोत सिंह को मिला.
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सोमवार को सुबह आठ बजे झंडे जी को उतारा गया. सेवकों ने दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से नए झंडे जी का स्नान कराया. जिसके बाद झंडे को उसी के स्थान पर लगाया गया. दरबार साहिब प्रबंधन ने सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सीसीटीवी कैमरे, मेटल डिटेक्टर और हैंड मेटल डिटेक्टर लगाये हैं. जिससे मेले पर कड़ी नजर रखी जा रही है. वहीं, झंडे जी के मेले में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और अन्य स्थानों से देश-विदेश से संगते दरबार साहिब पहुंची. अभी भी लगातार संगतों का पहुंचने का सिलसिला जारी है. वहीं, इस बार अनुमान जताया जा रहा है कि करीब 10 लाख से ज्यादा लोग इस मेले के लिए दरबार साहिब पहुंचेंगे.
महंत देवेंद्र दास महाराज ने बताया कि श्री गुरू राम राय जी के 373वां जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास और आस्था के साथ मनाया गया. दरबार साहिब में देशभर से संगत जन्म दिवस के मौके पहुंचती हैं. सभी में जोश देखने को मिल रहा है.