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Sawan MahaShivratri: हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला,धर्मनगरी में चारों तरफ बम-बम भोले की गूंज - Sawan Mahashivratri 2023

हरिद्वार में सावन की महाशिवरात्रि पर दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मान्यता है कि सावन की महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का सच्चे मन से जलाभिषेक करने से सारे मनोरथ पूरे होते हैं. वहीं कुंवारी कन्याएं सावन के सोमवार का व्रत करती हैं तो उन्हें मनोवांछित फल मिलता है.

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Published : Jul 15, 2023, 7:49 AM IST

Updated : Jul 15, 2023, 8:20 AM IST

हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला

हरिद्वार:सावन की महाशिवरात्रि पर मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज सुनाई दे रही है. सुबह से ही देशभर के शिवालयों में आस्था का जनसैलाब उमड़ा. वहीं हरिद्वार में भगवान शिव के ससुराल दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जहां सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है और लोग भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे.

हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर

बता दें कि सावन की महाशिवरात्रि का खास महत्व है.धार्मिक मान्यता है कि सावन की महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करने पर व्यक्ति के सारे मनोरथ पूरे होते हैं.वहीं हरिद्वार दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हैं. वहीं सावन का महीना भगवान शिव का महीना माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सावन माह में व्रत करने से मुश्किल कार्य आसान हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

मंदिर के बाहर फूल बेचती महिला
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जो कन्याएं कुंवारी हैं अगर वह सावन के सोमवार का व्रत रखती हैं तो उन्हें मनोवांछित फल मिलता है. उनकी शादी विवाह में आ रही अड़चनें दूर हो जाती हैं. दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का रेला उमड़ रहा है. वहीं दक्षेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी विशेश्वर पूरी महाराज का कहना है कि सावन मास में कोई भी भक्त भगवान का जलाभिषेक या पूजा करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं. सावन की महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ का जलाभिषेक करने का विशेष महत्व है और ऐसा करने से पापों से मुक्ति मिलती है.
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मान्यता है कि भगवान शिव सावन में साक्षात रूप में दक्षेश्वर महादेव मंदिर में विराजमान रहते हैं और यही से सृष्टि का संचालन करते हैं. वे लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए ही यहां रहते हैं और मात्र जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं. दुनिया के सभी मंदिरों में भगवान शिव लिंग रूप में विराजते हैं. लेकिन दक्षेश्वर महादेव मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान राजा दक्ष के धड़ रूप में स्थापित हैं. वहीं पुलिस-प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं.

Last Updated : Jul 15, 2023, 8:20 AM IST

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