उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

ऋषिकेश में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मजदूर की मौत, श्रीनगर में जल विद्युत परियोजना में हादसा

ऋषिकेश में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मजदूर की मौत हो गई. मजदूर निर्माणाधीन मकान की छत पर काम कर रहा था. घटना के बाद लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ खासा गुस्सा है. श्रीनगर में अलकनंदा जल विद्युत परियोजना श्रीनगर की आंतरिक विद्युत लाइन की चपेट में आने से एक शख्स की मौत हो गई है. परिजनों ने शव को परियोजना कार्यालय के बाहर रखकर जमकर प्रदर्शन किया.

death by electrocution
करंट लगने से मौत

By

Published : Aug 10, 2023, 10:00 PM IST

Updated : Aug 10, 2023, 10:15 PM IST

ऋषिकेश: नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शिवाजी नगर के एक घर की छत पर निर्माण कार्य में लगे मजदूर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई है. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. लोगों ने हाईटेंशन लाइन के आबादी क्षेत्र से शिफ्ट नहीं किए जाने पर अपना रोष भी जताया है.

गुरुवार दोपहर शिवाजी नगर गली नंबर-34 में निर्माणाधीन एक मकान के छत पर कम कर रहा मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया. करंट लगने से मजदूर मौके पर ही अचेत हो गया. स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी तत्काल पुलिस और बिजली विभाग को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूर को एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान मजदूर ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम कार्रवाई के लिए भेज दिया है.

वहीं घटना के बाद से शिवाजी नगर के लोगों में विद्युत विभाग के खिलाफ गुस्सा दिखाई दिया. लोगों का कहना है कि घरों के छत से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने के लिए कई बार बिजली विभाग से कहा गया है लेकिन विभाग के अधिकारी हाईटेंशन लाइन को शिफ्ट करने की दिशा में काम करना नहीं चाहते. इसी का नतीजा है कि आज एक मजदूर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई है.
ये भी पढ़ेंःगौला नदी से रेलवे लाइन को खतरा! ट्रैक 3 से ट्रेनों का संचालन बंद, हरिद्वार में पटरी पर गिरा मलबा

अलकनंदा जल विद्युत परियोजना में हादसा: बदरीनाथ हाईवे पर अलकनंदा जल विद्युत परियोजना श्रीनगर की आंतरिक विद्युत लाइन की चपेट में आने से डंपर चालक की मौत हो गई है. ग्रामीणों व परिजनों ने चालक की मौत के लिए परियोजना की कार्यदायी संस्था जीवीके की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने जीवीके के कार्यालय कोटेश्वर में मृतक चालक के शव के साथ शाम को करीब एक घंटे प्रदर्शन किया. कंपनी ने पीड़ित परिवार को 50 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान कर दी है. कंपनी ने परिजनों को जल्द मुआवजा राशि दिए जाने को लेकर आश्वासन दिया है.

विद्युत लाइन में कोई फॉल्ट नहीं: कंपनी के एजीएम जेपी बेनीवाल का कहना है कि अग्रिम कार्रवाई के लिए कंपनी के मानव संसाधन विभाग को पत्र भेजा गया है. जबकि जीवीके परियोजना निदेशक संतोष रेड्डी का कहना है कि परियोजना की विद्युत लाइन मानकों के तहत बनी है. इसमें किसी तरह का कोई फॉल्ट नहीं है.
ये भी पढ़ेंःमुनि की रेती में परिवार के देवदूत बनी पुलिस, बचाई 6 लोगों की जान, देखिये Rescue Operations

Last Updated : Aug 10, 2023, 10:15 PM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

ABOUT THE AUTHOR

...view details