उत्तराखंड में कोविशील्ड वैक्सीन खत्म देहरादून:उत्तराखंड में कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों के लिए अब बूस्टर डोज लगवाना मुश्किल दिख रहा है. दरअसल, राज्य में कोविशील्ड वैक्सीन का कोटा अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है. सोमवार को बची हुई 120 कोविशील्ड वैक्सीन की डोज भी जिलों में भेज दी गयी, जो अब खत्म हो गयी है. ऐसे में राज्य के लाखों लोगों के लिए अब बूस्टर डोज मुफ्त उपलब्ध नहीं हो सकेगी.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर वैक्सीनेशन अभियान को शुरू कर दिया है. हालांकि, इस अभियान में अब सबसे बड़ी दिक्कत वैक्सीन की कमी बनी हुई है. खास तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन अब तो पूरी तरह से खत्म हो चुकी है, जिसके बाद उत्तराखंड के लाखों लोगों को बूस्टर डोज कैसे लग पाएगी, एक बड़ा सवाल बन गया है.
उत्तराखंड में वैक्सीनेशन की स्थिति अभी तक 25% फीसदी लोगों को लगी बूस्टर डोज:बता दें कि उत्तराखंड में अब तक 25 फीसदी लोगों को ही बूस्टर डोज लग पाई है. हालांकि मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार अब केंद्र सरकार के सामने वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए गुहार लगा रही है.
वैक्सीन नहीं देगा केंद्र:यह स्थिति तब है जब केंद्र सरकार पहले ही राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध न कराने की बात कह चुकी है और खुद से अपनी व्यवस्था करने के भी निर्देश राज्य को दिए जा चुकी है. कोवैक्सीन और कोविशील्ड की उपलब्धता को लेकर स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक शैलजा भट्ट बताती हैं कि फिलहाल केंद्र से डिमांड की जा रही है और राज्य में वैक्सीन की उपलब्धता भी बेहद कम है.
बाकी राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई है लेकिन अब वैक्सीन का कोटा खत्म होने के बाद इन लाखों लोगों की इच्छा के बाद भी यह निःशुल्क सरकारी अस्पतालों या सुविधा पर वैक्सीन नहीं लगा सकते.
चीन समेत दुनिया के कई देश ऐसे हैं, जहां कोरोना फिर लौट आया है. इसके चलते इन देशों में हालात बेहद खराब हो गए हैं. लिहाजा, इन स्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को भी एडवाइजरी जारी कर दी है. इसमें वैक्सीनेशन का अहम रोल है, जिस पर फिलहाल उत्तराखंड सरकार असहाय नजर आ रही है.