देहरादून: बुधवार को सरकार की तरफ से स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी सहित बड़े अधिकारियों ने प्रदेश में कोरोना के हालातों की जानकारी दी. जिसमें बताया गया कि प्रदेश में बीते 24 घंटों में 7000 से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं, जबकि करीब 4800 नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 23 से घटकर 15 प्रतिशत तक आ गया है. वर्तमान में उत्तराखंड का कोविड टेस्टिंग रेट राष्ट्रीय औसत के दोगुनी है.
उत्तराखंड में कोविड रिकवरी रेट बढ़ा सचिव अमित नेगी ने बताया कि 1 अप्रैल 2021 के बाद से महिला और पुरुषों के पॉजिटिविटी आंकड़ों के अनुसार संक्रमित में 62 प्रतिशत पुरुष हैं, जबकि 38 प्रतिशत महिलाएं हैं. इसके अलावा सबसे अधिक तीन श्रेणी में युवा आयु वर्ग के लोगों में कोरोना संक्रमण देखने को मिल रहा है.
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ऑक्सीजन सप्लाई के नोडल अफसर सचिव परिवहन रंजीत सिन्हा ने बताया कि उत्तराखंड में ऑक्सीजन आपूर्ति पर सबसे पहले हमने मैपिंग की कि कहां-कहां उत्पादन हो रहा है. किस-किस जिले को आक्सीजन कहां से दी जाएगी. उन्होंने बताया कि 3 बड़े प्लांट के जरिए 96 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति भारत सरकार की तरफ से आवंटित की जा रही है. इसके अलावा 6 छोटी यूनिटों से लगभग 70 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है. इनसे 7700 जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकते हैं.
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प्रदेश के सभी 13 जिलों को अलग-अलग स्थानों पर ऑक्सीजन सप्लाई हेतु फिलिंग प्वाइंट आवंटित कर दिए गए हैं. जिसके जरिए रोजाना 167 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन और आपूर्ति राज्य में हो रही है. इसके अलावा भारत सरकार से दूसरे राज्यों से 60 मीट्रिक टन आवंटित किया है. अभी तक बाहर से तीन बार में 260 मीट्रिक टन प्राप्त हुआ है.
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रणजीत सिन्हा ने बताया कि गढ़वाल मंडल में 50 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन को रिजर्व में रखा गई है, जबकि कुमाऊं मंडल में 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन को रिजर्व कोटे में रखा गया है. इसके अलावा 11 अस्पतालों के अंदर छोटे ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं. इसके अलावा 11 नये स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट का काम चल रहा है, जबकि 11 की स्वीकृति मिल चुकी है, जबकि 15 नए स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव तैयार हो गया है. इसके अलावा बड़े अस्पतालों में स्टोरेज बढ़ाने के लिए नए ऑक्सीजन टैंक की योजना भी बनाई जा रही है.
आईजी अमित सिन्हा ने कालाबाजारी को लेकर की जा रही कार्रवाई के बारे में बताया कि उधम सिंह नगर जिले में फर्जी RT-PCR लैब में छापेमारी कर मुकदमा दर्ज किया गया है. डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिमा अग्रवाल ने बताया कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए एसडीआरएफ ने 20 गांवों को गोद लिया है. एसडीआरएफ द्वारा गांव में बने क्वारंटीन सेंटर्स में योगाभ्यास करवाया जा रहा है. होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को जरूरी दवा और सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है.