देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के मामले कम होते ही लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है, जिसका असर है कि प्रदेश में कोरोना केस में बढ़ोतरी देखी गई है. उत्तराखंड में 31 जुलाई शनिवार तक कोरोना के 72 हफ्ते पूरे हो गए है. 70वें (11 से 17 जुलाई), 71 (18 से 24 जुलाई) और 72वें (25 से 31 जुलाई) हफ्ते की तुलना करें तो प्रदेश कोरोना के मामले में 94 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं सबसे ज्यादा चिंता का विषय संक्रामकता दर का उत्तराखंड में एक से ऊपर रहना है.
एसडीसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड सरकार के कोरोना हेल्थ बुलेटिन के आधार पर कुछ आंकड़े जारी किए है. इन आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि प्रदेश में 70वें हफ्ते (25 से 31 जुलाई) के बीच कोरोना के एक मामले में बढ़ोतरी देखी गई है. एसडीसी फाउंडेशन के आंकड़ों को हिसाब से 70वें हफ्ते (11 से 17 जुलाई) में 296 नए केस मिले थे. इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का ग्राफ 3,41,433 हो गया था.
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वहीं 71वें हफ्ते (18 से 24 जुलाई) में प्रदेश के अंदर कोरोना के 240 नए मरीज मिले हैं. लेकिन जैसे ही लॉकडाउन में छूट का दायरा बढ़ा और लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू की, उत्तराखंड में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी. 72वें हफ्ते (25 से 31 जुलाई) में प्रदेश में कोरोना के 466 नए मामले सामने आए है. इसके पता चलता है कि प्रदेश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी है.