नैनीताल/कोटद्वार/थराली/काशीपुर/लक्सर/रुड़की/सितारगंज/पिथौरागढ़/रुद्रप्रयाग:देशभर को कोविड-19 वायरस मुक्त बनाए जाने के लिए वैज्ञानिकों की खोज अब अंतिम चरण में है. जल्द ही कोरोना वैक्सीन देश के नागरिकों को मिल सकती है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन ने ट्रायल के रूप में तैयारी शुरू कर दी है. शुक्रवार को प्रदेशभर में चिन्हित किए गए अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन को लेकर मॉलड्रिल किया गया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा भी लिया.
कोटद्वार
कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण के पूर्व अभ्यास के दौरान दुगड्डा ब्लॉक में कई खामियां नजर आईं. उप जिलाधिकारी कोटद्वार ने बताया कि यह मॉकड्रिल था, इसमें जितनी भी खामियां पायी गईं, उनकी रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेज दी गई हैं, ताकि वैक्सीन के टीकाकरण के दौरान तक इन खामियों को दूर किया जा सके. बता दें, दुगड्डा ब्लॉक में बेस चिकित्सालय में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन चल नहीं सका, जिस कारण वहां मौजूद चिकित्सकों को ऑफलाइन एंट्री करनी पड़ी.
थराली
थराली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्साप्रभारी डॉ. पूनम टम्टा के दिशानिर्देश पर वैक्सीनेशन को लेकर मॉक ड्रिल की गई. उपजिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार ने खुद सीएचसी पहुंचकर जायजा लिया. उपजिलाधिकारी डॉ. ऐश्वर्या रेवाड़ी ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के बाद व्यक्ति को अस्पताल में ही बनाये गए ऑब्जर्वेशन रूम में रखा जाएगा, ताकि विपरीत लक्षण दिखने पर यथासमय उचित इलाज दिया जा सके.
काशीपुर
काशीपुर के एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल में वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया. इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने 25 स्वास्थ्य कर्मियों को चिह्नित किया और उनका पंजीकरण किया, लेकिन दो कर्मियों के अवकाश पर होने के चलते 23 लोगों पर ड्राई रन वैक्सीनेशन किया गया. इस दौरान प्रभारी एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर ड्राई रन के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने उन्होंने सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा व कोरोना नोडल अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह साहनी को निर्देशित किया कि किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाए. इसके साथ ही जो भी कमी दिखाई देती है, उसको शीघ्र ही पूरा कर लिए जाए.
नैनीताल
नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में भी मॉकड्रिल किया गया. इस दौरान स्वास्थ विभाग के 25 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई. जिन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई, उन कर्मचारियों को करीब आधे घंटे तक स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में भी रखा गया और देखा गया कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है, उनकी स्थिति कैसी है. वैक्सीनेशन के दौरान अस्पताल के एक कर्मचारी को वैक्सीन लगाने के दौरान काफी दिक्कतें हुई और कर्मचारी अचानक बेहोश हो गया, जिसे डॉक्टरों की निगरानी में उपचार दिया गया. सीएमएस डॉ केएस धोनी ने बताया कि आज जिले भर में करीब 400 से अधिक प्राइवेट और सरकारी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारियों का एक साथ वैक्सीनेशन ट्रायल किया जा रहा है.
लक्सर
शासन के निर्देशानुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्सर में जोनल मजिस्ट्रेट एसडीएम पूरन सिंह राणा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के निर्देशन में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया. इसमे स्वास्थ्य विभाग के 25 कर्मचारियों को डमी कोरोना वैक्सीन दी गई. वहीं, लक्सर सीएससी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कोल्ड चेन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शासनादेश के अनुसार यदि किसी भी वैक्सीन दिए गए, व्यक्ति को परेशानी होती है तो उसके लिए अलग से वॉर्ड बनाए गये हैं. जिसमें बिजली-पानी व टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी. व्यक्ति को कोई भी किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा.
श्रीनगर