देहरादून: ऐतिहासिक झंडा जी आरोहण की तैयारियां तेज हो गई है, लेकिन इस बार मेले में सीमित संख्या में ही श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे. साथ ही श्रद्धालुओं को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी होगा. साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन भी करना होगा.
ऐतिहासिक झंडा जी मेले में कोरोना रिपोर्ट जरूरी. आस्था के प्रतीक ऐतिहासिक झंडा जी मेले के आयोजन पर इस बार भी कोरोना का साफ असर देखने को मिल रहा है. बीते साल भी कोरोना के चलते इसका आयोजन भव्य नहीं हो पाया था, इस बार भी कोरोना के चलते श्रद्धालुओं को कई नियमों का पालन करना होगा. बकायदा इसके लिए श्रद्धालुओं को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य कर दी गई है. इतना ही नहीं देश-विदेश से लाखों संख्या में आने वाले यात्री और श्रद्धालुओं की संख्या पर भी पाबंदी लगाई गई है. यानी कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक झंडा जी आरोहण के लिए उतने ही श्रद्धालु आ सकेंगे, जितने लोगों की जिला प्रशासन अनुमति देगा.
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बता दें कि झंडा जी मेले का आयोजन हर साल किया जाता है. इस बार यह आयोजन आगामी 2 अप्रैल को होने जा रहा है. झंडा जी मेले देश-विदेश के श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं. मुख्य तौर पर हरियाणा-पंजाब जैसे राज्यों से भारी तादाद में श्रद्धालुओं का हुजूम झंडा जी आरोहण के लिए पहुंचता है. ऐसे में पंजाब में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन मेले को संपन्न कराना प्रशासन के लिए चुनौती से कम नहीं होगा. जिसे देकते हुए प्रशासन अभी से ही गाइडलाइन के तहत श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर रहा है.
एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार के आदेश का हर हाल में पालन कराया जाएगा. झंडा आयोजकों से कोरोना गाइडलाइन अनुपालन में सहयोग करने की अपील की गई है. मेले में श्रद्धालुओं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. साथ ही मास्क लगाना अनिवार्य होगा. अगर कोई नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की भी जाएगी.