मसूरी: कोरोना संक्रमण से पर्यटन नगरी की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. होटल व्यवसाय हो या छोटे व्यापारी कारोनाकाल ने सभी को प्रभावित किया है. हालात पिछले साल कोरोना लॉकडाउन से ही खराब हैं, वहीं कोरोना की दूसरी लहर ने व्यवसायियों की कमर तोड़ दी है. कोरोना कर्फ्यू के कारण व्यापारियों के सामने रोजी-रोजी का संकट खड़ा हो गया है.
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएन माथुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने पर्यटन उद्योग को चौपट कर दिया है. एक ओर व्यवसाय खत्म हो चुका है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने बिजली की दरें बढ़ा दी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाने पर पर्यटक आ सकते हैं. लेकिन ऐसे माहौल में पर्यटकों भी आने से डर रहे हैं. दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में पूरा पर्यटन शून्य रहा और मई माह में भी यही अंदाजा लगाया जा रहा है. उसके बाद भी नहीं लगता की कोरोना से राहत मिलेगी. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह पर्यटन उद्योग से जुड़े सभी को राहत दें. जिसमें बिजली, पानी के बिलों को कम किया जाए, हाउस टैक्स कम किया जाए व कर्मचारियों के वेतन में सहयोग करें.