देहरादून: प्रदेश में हर बीतते दिन से साथ कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. सचिवालय, सीएम कार्यालय से लेकर हर जगहों पर कोरोना ने दस्तक दे दी है. अफसरों से लेकर विधायक-मंत्री तक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा फ्रंटलाइन पर काम कर रहे पुलिस के कर्मचारियों पर देखने को मिल रहा है. हर दिन राज्य के अधिकांश जिलों में तैनात पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.
उत्तराखंड पुलिस पर गहराया कोरोना संकट 25 अगस्त 2020 तक राज्यभर में 438 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि इनमें 112 पुलिसकर्मी उपचार के बाद स्वस्थ होकर ड्यूटी पर वापस भी लौट चुके हैं. पुलिस विभाग में लगातार कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सैंपल (टेस्टिंग) की प्रक्रिया पहले से तेज कर दी गई है. प्रदेश भर में अब तक 5,623 पुलिसकर्मियों का कोरोना सैंपल लेकर टेस्टिंग की जा चुकी है.
उत्तराखंड पुलिस पर गहराया कोरोना संकट क्वारंटाइन पुलिसकर्मियों की स्थितिराज्य में अब तक संवेदनशील स्थानों में तैनात 2,643 पुलिसकर्मियों को एहतियातन क्वारंटाइन किया जा चुका है. जबकि स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार तय समय अवधि पूरा कर 2,157 पुलिसकर्मी वापस लौट चुके हैं.
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बता दें अब तक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 16,549 पहुंच चुका है. जबकि, 11,524 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं. हालांकि, इसके अतिरिक्त 57 प्रवासी भी रिकवर हो चुके हैं. प्रदेश में अभी रिकवरी रेट 69.64% है. वहीं, प्रदेश में 219 कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इन मरीजों की मौत अन्य कोमोरबिडिटी (अन्य बीमारियों) की वजह से हुई है.