ऋषिकेश: राज्य वित्त आयोग के तहत ऋषिकेश नगर निगम को जारी तिमाही बजट पर विवाद हो गया है. बजट में बढ़ोत्तरी नहीं होने से मेयर और पार्षद बेहद नाराज हैं. उन्होंने अब बजट को ही सरेंडर करने की चेतावनी दे दी है. साथ ही धनराशि नहीं बढ़ने पर सामूहिक इस्तीफा दिए जाने का भी ऐलान कर दिया है. मंगलवार को नगर निगम सभागार में मेयर अनीता ममगाईं की अध्यक्षता में बोर्ड की अध्याचित बैठक हुई. जिसमें राज्य वित्त मद से जारी तिमाही बजट में सात साल बाद भी धनराशि नहीं बढ़ाने की बात कही गई. मेयर और पार्षदों ने इसपर कड़ी आपत्ति जताते हुए बजट वित्त विभाग को वापस भेजने का फैसला लिया है.
मेयर ने कहा कि नगरपालिका से अपग्रेड कर ऋषिकेश को नगर निगम तो बना, लेकिन बजट आज भी नहीं बढ़ पाया है. हैरानी जताई कि राज्य की लगभग हर निकाय के बजट में इजाफा किया गया है. मगर अकेले ऋषिकेश के तिमाही बजट में एक चव्वनी भी नहीं बढ़ाई गई है. बताया कि ऋषिकेश निगम में करीब 40 हजार की आबादी नई जुड़ी है. जबकि, आसपास के इलाकों में भी निगम साफ-सफाई और पथ-प्रकाश की सुविधा उपलब्ध कर रहा है.