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PWD संविदा कर्मचारियों का सचिवालय कूच, सरकार से नियमित करने की मांग - Demonstration of contract junior engineers in Dehradun

पीडब्ल्यूडी के संविदा कनिष्ठ अभियंताओं ने नियमितीकरण की मांग को लेकर सचिवालय कूच किया. हालांकि, भारी पुलिस बल ने उन्हें पहले ही रोक लिया. कनिष्ठ अभियंताओं ने सरकार पर उनकी मांगों को लगातार अनसुना करने का आरोप लगाया है.

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देहरादून

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Published : Nov 30, 2021, 3:11 PM IST

Updated : Nov 30, 2021, 3:49 PM IST

देहरादूनःराजधानी देहरादून में नियमितीकरण की मांग को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग में संविदा पर तैनात कनिष्ठ अभियंताओं ने आक्रोश रैली निकालते हुए सचिवालय कूच किया. सचिवालय कूच से पहले आंदोलन कर्मचारियों ने फील्ड ग्राउंड में एकत्रित होकर एक सभा का आयोजन भी किया.

मंगलवार को देहरादून में नियमितीकरण की मांग को लेकर PWD विभाग में संविदा पर तैनात कनिष्ठ अभियंताओं ने सचिवालय कूच किया. हालांकि कर्मचारियों ने पहले एक सभा का आयोजन किया और सचिवालय कूच की रणनीति तय की. उसके बाद एक जुलूस की शक्ल में सचिवालय कूच किया. वहीं. पहले से मौजूद पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के गेट के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इससे नाराज प्रदर्शनकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नियमित किए जाने की मांग करने लगे.

PWD संविदा कर्मचारियों का सचिवालय कूच.

प्रदर्शन में शामिल कनिष्ठ अभियंता संदीप तिवारी का कहना है कि सरकार की उदासीनता के कारण अभियंताओं में भारी आक्रोश है. इसलिए सरकार को चेतावनी देने के लिए उन्हें आक्रोश रैली निकालनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग सरकार के विकास की योजनाओं को धरातल पर लाने वाली गाड़ी है, जबकि कनिष्ठ अभियंता उनके पहिए हैं. परंतु सरकार उनकी मांगों को लगातार अनसुना कर रही है.

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उन्होंने सरकार से जल्द लोक निर्माण विभाग में विभागीय संविदा पर वर्षों से तैनात कनिष्ठ अभियंताओं के नियमितीकरण किए जाने की मांग उठाई है. कनिष्ठ अभियंताओं का कहना है कि उत्तराखंड में पीडब्ल्यूडी विभाग में विभागीय संविदा में 304 कनिष्ठ अभियंता कार्यरत हैं, जिनको अपनी सेवाएं देते हुए 7 से 13 साल हो चुके हैं. लेकिन सरकार और विभाग उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है. ऐसे में उन्हें नियमितीकरण और भविष्य की चिंता सताने लगी है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को अनसुना किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.

Last Updated : Nov 30, 2021, 3:49 PM IST

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