देहरादून में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खेप बरामद देहरादून: थाना प्रेम नगर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने लाखों रुपए की नशीली दवाओं की खेप को बरामद किया है. साथ ही मामले में पुलिस ने सुद्धोवाला से दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों भाई मेडिकल संचालक हैं. दोनों ही ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड़ में प्रतिबन्धित नशीली दवाओं और नशे के इंजेक्शनों को ऊंचे दामों पर बेचते थे.
पुलिस ने प्रतिबन्धित नशीली दवाओं की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी करते हुएकरीब 68000 नशीले कैप्सूल/टैबलेट (ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल और एल्फ्राजोलाम के 11400) के साथ स्टोर संचालक और उसके भाई को सुद्धोवाला के पास से गिरफ्तार किया. बरामद माल की कालाबाजार में अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रूपये है. एसएसपी ने बताया आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर लगाने के तैयारी की जाएगी. संपत्ति कुर्क के लिए भी रिपोर्ट तैयार तैयार करने की कार्यवाही की जाएगी.
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बता दें प्रेमनगर पुलिस को शनिवार रात को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि सुद्धोवाला चौक के निकट वंश मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा केमिस्ट की दुकान की आड़ में लोगों को प्रतिबन्धित दवाएं बेची जा रही हैं.इस सूचना पर पुलिस टीम ने मेडिकल स्टोर पर दबिश दी. मेडिकल स्टोर संचालक और उसका भाई अपनी दुकान पर प्रतिबन्धित नशीली दवांए बेचते हुए पकड़े गये. मेडिकल स्टोर की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को स्टोर से नशीली दवाओं की बड़ी खेप बरामद हुई. पूछताछ करने पर मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया गया वह और उसका भाई दोनों केमिस्ट की दुकान चलाते हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड़ में प्रतिबन्धित नशीली दवाओं को नशे के इंजेक्शन नौजवानों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं.
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उनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है. पुलिस ने दोनों आरोपी कृष्ण कुमार और विनय कुमार को मौके से गिरफ्तार कर उनके खिलाफ थाना प्रेमनगर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है. एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया आरोपी साल 2013 से दवाओं को बेचने का कार्य कर रहे हैं. इनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है. आरोपियों की सुद्धोवाला चौक पर ही वंश मेडिकल स्टोर और आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से दो दुकाने हैं. पहले सुद्धोवाला चौक पर ही किराये पर दुकाने चलाया करते थे, लेकिन वर्तमान में अपनी दुकानें खरीद ली हैं. जिनमें मेडिकल स्टोर संचालित करते हैं. प्रतिबन्धित दवाओं को रेसकोर्स निवासी इन्द्रजीत नाम के व्यक्ति से खरीदते हैं, जो कि धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है. आरोपियों द्वारा सभी प्रतिबन्धित नशीली दवाएं कुछ दिन पहले ही इन्द्रजीत से खरीदी गयी थी. साथ ही आरोपी इंद्रजीत की तलाश की जा रही है.