देहरादूनःआगामी कैंट बोर्ड चुनाव को लेकर कांग्रेस अभी से ही तैयारियों में जुट गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने गढ़वाल क्षेत्र के कैंट बोर्ड चुनाव को लेकर बैठक की अध्यक्षता की. वहीं, कैंट बोर्ड चुनाव को लेकर करन माहरा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से यह परंपरा बनाई गई थी कि बिना सिंबल के चुनाव लड़ा जाएगा. जिससे कैडर और पार्टी वोटर बिखर जाता था. कांग्रेस ने कभी अधिकृत प्रत्याशी कैंट बोर्ड चुनाव में नहीं उतारे हैं. परिणाम कुछ भी आए, लेकिन इस बार कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को सिंबल पर चुनाव लड़ाने जा रही है.
Cantt Board Election: पहली बार सिंबल पर कैंट चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, कैडर वोट को जिंदा रखने की कोशिश
उत्तराखंड में कैंट बोर्ड के चुनाव नजदीक हैं. इस बार कांग्रेस के लिए यह चुनाव खास होने वाला है. क्योंकि, कांग्रेस पहली बार सिंबल पर प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने जा रही है. इसका मकसद कैडर वोट को बनाए रखना है. इसको लेकर आज बैठक हुई.
गौर हो कि छावनी परिषद चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है. ऐसे में कांग्रेस ने भी कैंटोनमेंट चुनाव लड़ने को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर ली है. इस बार कांग्रेस पार्टी कैडर वोट जिंदा रखने के लिए सिंबल पर चुनाव लड़ेगी. इस बार पार्टी अपने अधिकृत प्रत्याशी मैदान में उतारेगी. इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में एक बैठक हुई. जिसमें तीनों छावनी परिषदों के पार्टी कार्यकर्ता और चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार मौजूद रहे. बता दें कि बीजेपी अभी तक सिंबल पर चुनाव लड़ती आई है, लेकिन कांग्रेस पहले बार सिंबल के आधार पर चुनाव लड़ेगी.
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वहीं, बैठक में शामिल हुए गढ़वाल प्रभारी वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि अप्रैल में कैंटोनमेंट बोर्ड के चुनाव होने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि आगामी 18 अप्रैल को क्लेमेंटाउन में नॉमिनेशन की प्रक्रिया होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी कैंटोनमेंट चुनाव में सिंबल पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ा रही है. उन्होंने बताया कि बैठक में सबकी सहमति बनी कि एक सिंबल पर कांग्रेस के प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरेंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ाने को लेकर यही कोशिश है कि कैडर को जिंदा रखा जा सके.