देहरादून: बीजेपी ने उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है. तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. वहीं, बीजेपी के फैसले पर उत्तराखंड कांग्रेस ने तंज कसा है.
उत्तराखंड कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि 'उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले बीजेपी अपना सीएम चेहरा बदल सकती है, लेकिन सीएम फेस बदलने से अब डूबते जहाज को मदद नहीं मिलेगी. लोग बीजेपी को 2022 में उनके अधूरे वादों के लिए सबक सिखाएंगे. कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा कि चेहरा नहीं बीजेपी को अपना चाल और चरित्र बदलने की जरूरत है. क्योंकि ये जनता है जो सब जानती है.
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उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि बीजेपी ने प्रदेश को बदहाली की दहलीज पर पहुंचा दिया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हो या फिर तीरथ सिंह रावत इसके कुछ नहीं होने वाला है. मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से भाजपा के पाप नहीं धुलने वाले हैं.
तीरथ सिंह रावत का परिचय
तीरथ सिंह रावत का जन्म 1 अप्रैल 1964 को पौड़ी गढ़वाल में हुआ. तीरथ वर्ष 1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (उत्तराखण्ड) के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री रहे. चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक (2012-2017) रहे. वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद भी हैं. पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था. उनका जन्म सीरों, पट्टी असवालस्यूं पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में हुआ था. उनके पिता कलम सिंह रावत है.